आत्म हत्या से पहले दर्शाया लूट और रेप का मुकदमा, रेप की एक और वारदात

आत्म हत्या से पहले दर्शाया लूट और रेप का मुकदमा, रेप की एक और वारदात

बदायूं जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार त्रिपाठी ने यौन उत्पीड़न की शिकार विवाहिता द्वारा आत्म हत्या करते ही एक और कारनामा कर दिया। आत्म हत्या की सूचना मिलते ही यौन उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज करा दिया। चूंकि जीडी कई घंटे पीछे चल रही थी, इसलिए कागजी तौर पर स्वयं को मजबूत दर्शाने के लिए आनन-फानन में मुकदमा दर्ज करा दिया गया, जबकि पीड़िता ने मुकदमा दर्ज न होने के कारण ही आत्म हत्या की है। यौन उत्पीड़न की एक और सनसनीखेज वारदात सामने आई है, इसमें भी पुलिस मुकदमा दर्ज नहीं कर रही है।

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उल्लेखनीय है कि दातागंज कोतवाली क्षेत्र के एक गाँव में आज दोपहर यौन उत्पीड़न की शिकार एक विवाहिता ने आत्म हत्या कर ली थी। मृतका ने सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें लिखा है कि वह बयान दे-देकर परेशान हो चुकी है, इसलिए आत्म हत्या कर रही है। मृतका एसएसपी से मिल चुकी थी एवं कार्रवाई न होने पर बरेली स्थित अपर पुलिस महानिदेशक से भी जाकर मिली थी, उन्होंने मुकदमा दर्ज करने का आदेश भी दिया था पर, 12 जून से अब तक पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया।

रविवार की दोपहर में पीड़िता ने आत्म हत्या कर ली तो, सर्व प्रथम आनन-फानन में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। सूत्रों का कहना है कि जीडी कई घंटे पीछे चल रही थी, जिससे पुलिस ने आत्म हत्या से पहले मुकदमा दर्ज दर्शाया है। सवाल यह है कि मुकदमा दर्ज हो गया था तो, पीड़िता ने आत्म हत्या क्यों की? स्पष्ट है कि एसएसपी अशोक कुमार त्रिपाठी ने कागजी तौर पर स्वयं को मजबूत दर्शाने के लिए मुकदमा दर्ज कराया है और अब कह रहे हैं कि एडीजी के आदेश का पालन किया गया था।

एसएसपी अब लूट और यौन उत्पीड़न की वारदात को स्वीकार कर रहे हैं और साक्ष्य जुटाने का भी दावा कर रहे हैं, उनके यह भाव एक दिन पहले जागृत हो गये होते तो, 24 साल की एक युवा महिला ने जान न दी होती। खैर, एसएसपी ने क्या कराया है, इसका जाँच में खुलासा हो जायेगा, जिसके पूरे होने का इंतजार करते हैं।

उक्त घटना को लेकर पुलिस अब बड़ी कर्तव्यनिष्ठ नजर आ रही है लेकिन, चौंकाने वाली एक और वारदात सामने आई है। दातागंज कोतवाली क्षेत्र में स्थित बरेली तिराहे से एक युवती को कई लोग गाड़ी में डाल कर ले गये थे और फिर गाजियाबाद में 13-14 दिन बंधक बना कर रखा था, इसके भी गहने और मोबाइल लूट लिए गये लेकिन, पुलिस मुकदमा दर्ज नहीं कर रही है। पीड़िता लगातार पुलिस के सामने गुहार लगा रही है पर, पुलिस पीड़िता को टरका देती है। स्पष्ट है कि एसएसपी अशोक कुमार त्रिपाठी के निर्देशन में जिले की पुलिस पूरी तरह मनमानी कर रही है।

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