जंगलराज: रेप पीड़िता ने की आत्म हत्या, एसएसपी ले रहे विवाह का आनंद

जंगलराज: रेप पीड़िता ने की आत्म हत्या, एसएसपी ले रहे विवाह का आनंद

बदायूं जिले में पुलिस की अकर्मण्यता और मनमानी से जंगलराज कायम हो गया है। आम जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। सामूहिक यौन उत्पीड़न की शिकार एक विवाहिता ने पुलिस की मनमानी से त्रस्त आकर आत्म हत्या कर ली। परिवार में कोहराम मचा हुआ है लेकिन, मनमानी करने वाले एसएसपी के विरुद्ध अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। सुसाइड नोट भी सामने आया है, जिसमें मनमानी करने वाले एसएसपी से ही मृतका ने न्याय की उम्मीद जताई है। एसएसपी एक विवाह समारोह में आनंद ले रहे हैं लेकिन, अभी तक घटना स्थल पर नहीं पहुंचे हैं।

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हृदय विदारक वारदात दातागंज कोतवाली क्षेत्र के एक गाँव में घटित हुई है। मुस्लिम परिवार की एक विवाहिता बदायूं दो सप्ताह पूर्व दवा लेने आई थी तभी, उसके पास परिचित समीर, जोयब और अरबाज आये, उन्होंने कहा कि उसके पति की हालत गंभीर है। पति दिल्ली में रहता है। पति की गंभीर हालत की खबर सुन कर विवाहिता घबरा गई और वह युवकों के साथ चली गई लेकिन, उसे सिकंदराबाद के एक कमरे में ले जाकर बंधक बना लिया गया और फिर कई लोगों ने कई दिनों तक उसका यौन उत्पीड़न किया।

मृतका के पास चार हजार रूपये थे, सोने के गहने पहने थी और मोबाइल भी था, जो छीन लिए गये। मुक्त होने के बाद विवाहिता लौटी तो, उसने दातागंज कोतवाली में तहरीर दी, जहाँ उसे यह कह कर टरका दिया गया कि थाना सिविल लाइन जाये। थाना सिविल लाइन में आई तो, उससे कह दिया गया कि वारदात सिकंदराबाद में हुई है, इसलिए वे कुछ नहीं कर सकते, इसके बाद वह एसएसपी अशोक कुमार त्रिपाठी से मिली, फिर भी उसका मुकदमा दर्ज नहीं हुआ।

परेशान विवाहिता बरेली स्थित अपर पुलिस महानिदेशक से भी मिली, उनके निर्देश पर भी एसएसपी अशोक कुमार त्रिपाठी ने कोई कार्रवाई नहीं की। अन्य प्रकरणों में भी ऐसा हुआ है कि एसएसपी अशोक कुमार त्रिपाठी अपर पुलिस महानिदेशक के आदेश मानते ही नहीं हैं, वे खुलकर मनमानी करते नजर आ रहे हैं।

पुलिस की अकर्मण्यता और मनमानी से त्रस्त आकर विवाहिता ने आज आत्म हत्या कर ली। मृतका के परिवार में कोहराम मचा हुआ है लेकिन, अभी तक एसएसपी अशोक कुमार त्रिपाठी के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की गई है, जबकि तीन दिन पहले ही मुख्यमंत्री ने महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को लेकर कड़ा आदेश दिया था।

जिस पुलिस से तंग आकर विवाहिता ने आत्म हत्या की है, पुलिस ने उसे जीवित रहते न्याय नहीं दिया पर, उसने न्याय की उम्मीद अंतिम साँस तक भी नहीं छोड़ी, उसने सुसाइड नोट में एसएसपी से न्याय की उम्मीद जताई है। मृतका ने पति के बारे में लिखा है कि वह उससे बेहद प्रेम करती है, उसके बिना वह जी नहीं पायेगी और पति से उम्मीद जताई है कि एक बार मुंह देखने आ जाना, वह अब सबको छोड़ कर जा रही है।

मृतका ने अब्बा से न्याय दिलाने की गुहार लगाई है एवं भाईयों से माफी मांगी है। छोटी बहन को लिखा है कि वह देखने आये और सबको सजा दिलाये, क्योंकि इनकी वजह से उसकी जिंदगी बर्बाद हो गई, पति ने रखने से मना कर दिया, उसकी जिंदगी बर्बाद करने वालों को कभी चैन से मत रहने देना, किसी ने कुछ नहीं किया तो, इनकी हिम्मत और ज्यादा बढ़ जायेगी। यह भी लिखा है कि वह बयान दे-देकर परेशान हो चुकी है और अब पति नहीं रखना चाहते।

यौन उत्पीड़न की शिकार विवाहिता के आत्मा हत्या करने से परिजनों के साथ गाँव व क्षेत्र के लोग गमगीन हैं लेकिन, एसएसपी अशोक कुमार त्रिपाठी अभी तक घटना स्थल पर नहीं पहुंचे हैं, वे एक विवाह समारोह में आनंद ले रहे हैं। कोतवाली पुलिस भी नहीं पहुंची है। मौके पर यूपी- 100 की पुलिस पहुंच गई है।

जिले भर में महिलाओं की हालत बहुत दयनीय है। शुक्रवार को दो नाबालिग लड़कियाँ इस्लामनगर थाना के गाँव सागर सराय पतीसा से गायब हो गई थीं लेकिन, पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया, साथ ही पुलिस टीम ने दिल्ली जाकर लड़कियों को बरामद कर लिया। मुकदमा दर्ज किये बिना ही पुलिस दिल्ली तक चली गई, ऐसी मनमानी जंगलराज में ही हो सकती है।

चौंकाने वाली बात यह है कि पुलिस मुख्यालय ने जवाब माँगा तो, बदायूं पुलिस का कहना था कि उक्त प्रकरण जनपद बदायूँ के किस थाने से संबंधित है। कृपया पूर्ण जानकारी दें? और इस जवाब पर भी मुख्यालय ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है, क्योंकि खबर में थाने और गाँव का नाम स्पष्ट लिखा है।

इसके बाद बदायूं पुलिस होश में आई होगी तो, पुनः जवाब दिया कि प्रभारी निरीक्षक थाना इस्लामनगर द्वारा अवगत कराया गया कि कल दि. 15.06.2019 को उक्त दोनों लड़कियाँ अपने परिजनों से किसी बात को लेकर नाराज होकर चली गयी थीं जो कि कल ही वापस आ गईं जिसमें परिजनों द्वारा अभियोग पंजीकृत कराने हेतु कोई शिकायती प्रा. पत्र नहीं दिया गया है। सवाल अब भी बरकार है कि बिना प्रार्थना पत्र के पुलिस दिल्ली क्यों गई?

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