सजा प्रकृति ऋतुराज ने, किया सुहाना काज, रतिपति ने भी रच दिया, काम भाव का साज

सजा प्रकृति ऋतुराज ने, किया सुहाना काज, रतिपति ने भी रच दिया, काम भाव का साज

बदायूं की साहित्यिक संस्था शब्दिता द्वारा प्रोफेसर कॉलोनी में वसंत के चलते काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में तमाम कवियत्रियों ने ऐसे-ऐसे रंग भरे कि सभी का मन मोर की तरह नाचने लगा और हर किसी के मुंह से वाह-वाह निकलता रहा। सरिता चौहान ने कहा… वासंती अभिनन्दन करने हुआ सूर्य आदेश बदलने […]

गीत, गजल, कव्वालियों और झांकियों से शहीदों को किया गया नमन

गीत, गजल, कव्वालियों और झांकियों से शहीदों को किया गया नमन

बदायूं क्लब में डॉ. उर्मिलेश जन-चेतना समिति द्वारा आयोजित पुलवामा के शहीदों को समर्पित किये जा रहे डॉ. उर्मिलेश स्मृति उत्सव का बीती रात देशभक्ति से ओत-प्रोत प्रस्तुतियों के साथ समापन हो गया। कार्यक्रम के अंत में शहीदों के सम्मान में सभी अतिथियों, कलाकारों, आयोजन समिति और उपस्थित दर्शकों ने सामूहिक रुप से कैंडिल जलाकर […]

प्यार वफा से अपने पन से रिश्तेदारी खत्म न हो: सोनरूपा

प्यार वफा से अपने पन से रिश्तेदारी खत्म न हो: सोनरूपा

बदायूं में नव वर्ष के उपलक्ष्य में साहित्यिक संस्था शब्दिता के तत्वाधान में काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में कवियों ने अपनी भावात्मक अभिव्यक्ति की शॉल पहना सर्दीली शाम में गर्माहट पैदा कर दी। एक बार कविता पाठ शुरू हुआ तो, सुगंधित समीर की तरह-तरह मंद-मंद देर शाम तक बहता ही रहा। सरस्वती वंदना […]

नदी उमड़ी हुई है गाँव वालो, बचाना हो तो, अपना घर बचा लो …

नदी उमड़ी हुई है गाँव वालो, बचाना हो तो, अपना घर बचा लो …

साहित्य के संसार में एक ऐसा वृक्ष है, जिसने ग्लैमर पसंद न होने के कारण स्वयं को बस्ती और जंगल से भी दूर ऐसे एकांत में समेट लिया है, जहाँ सिर्फ वही है। साहित्य के संसार में उड़ते हर पक्षी को वृक्ष के बारे में पता है, हर पक्षी उसकी साखों पर बैठना चाहता है, […]