मदर एथीना में बदले जा चुके हैं 14 प्रिंसिपल, अच्छे शिक्षक-शिक्षिका नहीं रुकते

मदर एथीना में बदले जा चुके हैं 14 प्रिंसिपल, अच्छे शिक्षक-शिक्षिका नहीं रुकते

बदायूं शहर में स्थित मदर एथीना स्कूल में अच्छे प्रिंसिपल नहीं रहना चाहते। 14 प्रिंसिपल बदले जा चुके हैं, इनमें से कईयों का कार्यकाल एक सप्ताह का भी नहीं रहा था। स्कूल में हो रही धांधली को पत्रकार उजागर करना चाहते हैं तो, ब्रजेश शर्मा अफसरों और नेताओं से संबंधों के आधार पर पत्रकारों के विरुद्ध भी फर्जी तहरीर दिला देता है।

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बताते हैं कि मदर एथीना की शुरुआत वर्ष-1995 में हुई थी, उस समय अल्का दुआ प्रिंसिपल थीं, अब तक 14 प्रिंसिपल बदले जा चुके हैं, इससे स्पष्ट है कि जो प्रिंसिपल ब्रजेश शर्मा की सोच के अनुसार नहीं चलते, उन्हें हटा दिया जाता है अथवा, ज्वाइन करने के बाद कारगुजारियां समझ आते ही अच्छे लोग छोड़ जाते हैं। 24 वर्षों में 14 प्रिंसिपल का हटना यह सिद्ध करता है कि ब्रजेश शर्मा स्कूल को अपने निजी अड्डे की तरह संचालित कर रहा है, यहाँ नियम और कानून का कोई महत्व नहीं है। जॉब को लेकर स्थायित्व न होने के कारण ही मदर एथीना में योग्य शिक्षक-शिक्षिका नहीं आना चाहते, जिसका सीधा असर बच्चों की पढ़ाई पर पड़ना स्वाभाविक ही है।

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ब्रजेश शर्मा को योग्य और कर्मठ प्रिंसिपल नहीं बल्कि, ऐसा गुलाम चाहिए, जो कागज पढ़े बिना उसके इशारे पर सिर्फ हस्ताक्षर करे तभी, ब्रजेश शर्मा ने पीआरटी को प्रिंसिपल नियुक्त करा लिया है, जिसे सेटिंग के चलते क्षेत्रीय अधिकारी रनवीर सिंह ने जिला को-ऑर्डिनेटर भी बना रखा है, जबकि शहर के अन्य स्कूलों में अधिक पढ़े-लिखे और अधिक अनुभवी प्रिंसिपल भी हैं।

मदर एथीना में शुरुआत से ही कुछ न कुछ होता रहता है। विज्ञापन के दबाव में प्रिंट मीडिया घपलों, वारदातों और अनियमितताओं को चाह कर भी प्रकाशित नहीं कर पाता। टीवी चैनल के पत्रकारों ने एक बार मदर एथीना पर खबर बनाई तो, ब्रजेश शर्मा ने बड़े स्तर से सिफारिश करा कर एक टीवी चैनल के पत्रकार के विरुद्ध फर्जी तहरीर दिलवा दी थी और सिविल लाइंस थाना पुलिस के माध्यम से उत्पीड़न कराने का प्रयास किया था।

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उस समय एसएसपी के पद पर तेजतर्रार सुनील सक्सेना तैनात थे, उनके संज्ञान में प्रकरण पहुंचा तो, उन्होंने फर्जी तहरीर पर कार्रवाई कराने से मना कर दिया था, जिससे ब्रजेश शर्मा की बड़ी फजीहत हुई थी। अफसरों और नेताओं के संबंधों के आधार पर ही ब्रजेश शर्मा स्कूल में लगातार मनमानी करता नजर आ रहा है। सीबीएसई बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय में ब्रजेश शर्मा की गहरी पैठ है, इसलिए केन्द्रीय कार्यालय को ही कार्रवाई कराना होगी।

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