बदायूं कांड: एसएसपी निलंबित, डीजीपी का नया खुलासा

बदायूं कांड: एसएसपी निलंबित, डीजीपी का नया खुलासा
आईपीएस अतुल सक्सेना
आईपीएस अतुल सक्सेना
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा प्रदेश की कानून-व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाने तथा अपराध स्थिति पर प्रभावी नियंत्रण हेतु कई महत्वपूर्ण व नीतिगत निर्णय लिए गये है। उन्होंने अधिकारियों को दिये गये निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के लिए कहा है। उन्होंने आगाह किया है कि कानून-व्यवस्था के साथ कोई समझौता नहीं किया जायेगा और इस संबंध मे किसी भी स्तर पर लापरवाही या शिथिलता पाये जाने पर दोषियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी।
बदायूं में घटित शर्मनाक घटना को बहुत ही अधिक दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए उन्होंने बताया कि पुलिस महानिदेशक के स्वयं वहां भ्रमण के बाद जो तथ्य उभर के आये हैं, यदि वह तथ्य पहले ही दिन स्थानीय प्रशासन स्वयं जानकारी कर के मीडिया एवं संबंधित पक्षों को दे देता, तो इस दुखद घटना पर कार्यवाही तत्काल हो जाती। इस लापरवाही के लिये तात्कालिक प्रभाव से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक,बदायूं अतुल सक्सेना को शासन द्वारा निलंबित कर दिया गया है, ताकि भविष्य मे अन्य अधिकारियों को कड़ा सबक मिल सके।
मुख्य सचिव आलोक रंजन ने मुख्यमंत्री द्वारा लिये गये फैसलो की जानकारी देते हुए आज यहां बताया कि जिलों में अपराधियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित होगी और उनकी गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जायेगी। इसके लिए सभी जिलाधिकारियों एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों/पुलिस अधीक्षकों द्वारा पूरे प्रदेश में एक साथ छापेमारी की जायेगी एवं विशेष अभियान चलाया जायेगा।
आलोक रंजन ने बताया कि महिलाओं के विरुद्ध कोई भी अपराध बर्दाश्त नहीं किया जायेगा तथा इन अपराधों पर पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही की जायेगी। ऐसी किसी भी गम्भीर अपराध की घटना पर जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक स्वयं जाएंगे एवं घटना का संज्ञान लेकर सख्त कार्रवाई करेंगे।
मुख्यमंत्री के फैसलों की जानकारी देते हुए मुख्य सचिव ने यह भी बताया कि सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा करने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध सख्त अभियान चलाया जायेगा। छोटी-छोटी घटनाओं का चिन्हीकरण कर के उसके लिए जिम्मेदार अपराधियों के खिलाफ भी कठोर कार्रवाई होगी। उन्होंने बताया कि वाहनों पर काली फिल्म एवं हूटर के खिलाफ भी तत्काल सधन अभियान चलाया जायेगा।
आलोक रंजन ने बताया कि अवैध खनन को प्रदेश मे पूरी तरह से रोका जायेगा। अवैध खनन के लिए संबंधित जिले के जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक सीधे जिम्मेदार होंगे। उन्होंने बताया कि अवैध खनन करने वाले माफियाओं के विरुद्ध सख्त कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी।
मुख्य सचिव ने बताया कि गोकशी पर पूर्ण प्रतिबन्ध सुनिश्चित करने के लिए औचक छापे मारने की कार्यवाही व्यापक स्तर पर की जायेगी। जघन्य अपराधियों एवं लोक शान्ति भंग करने वाले अवांछनीय तत्वों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम, गैंगस्टर एक्ट, गुण्डा एक्ट आदि के अन्तर्गत प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी।
आलोक रंजन ने बताया कि प्रदेश के पुलिस बल मे रिक्त चल रहे पदों को भी प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र भर्ती किये जाने का निर्णय लिया गया है। इसके अन्तर्गत उपनिरीक्षकों की भर्ती के लिए तत्काल कार्यवाही की जाएगी। पुलिस बल के आधुनिकीकरण हेतु तत्काल समुचित संसाधनों की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी और इस कार्य हेतु प्रथम चरण में रूपये 100 करोड़ उपलब्ध कराये जा रहे है।
मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश के पुलिस बल में आउट आॅफ टर्न प्रोन्नति व्यवस्था को समाप्त करने का निर्णय लिया गया है, किन्तु अदम्य साहस एवं शौर्य का परिचय देने वाले पुलिस कर्मियों के मनोबल एवं साहस को बनाए रखने के लिये अब नगद पुरस्कार, प्रशस्ति पत्र एवं मेडल प्रदान कर पुलिस कर्मियों को पुरस्कृत किया जायेगा।
आलोक रंजन के अनुसार प्रदेश में अनुमन्यता प्राप्त महानुभावों, सांसद, विधायक, पूर्व सांसद एवं विधायक तथा न्यायालय के निर्णय से सुरक्षा प्राप्त महानुभावों को छोड़कर अन्य व्यक्तियों के गनर की सुविधा तत्काल प्रभाव से वापस लिये जाने का भी निर्णय लिया गया है।
मुख्य सचिव ने बताया कि जनता एवं मीडिया से जिलों के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सीधे संवाद किया जायेगा तथा जन सामान्य के लिए सभी अधिकारी अपने मोबाइल पर उपलब्ध रहेंगे। जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक विशेष महत्वपूर्ण घटनाओं पर स्वयं जाएंगे, घटना की प्रारम्भिक जानकारी लेकर स्थानीय जनता एवं मीडिया को तत्काल अवगत करायेंगे।
प्रेस वार्ता में प्रमुख सचिव गृह दीपक सिंघल, प्रमुख सचिव सूचना नवनीत सहगल, पुलिस महानिदेशक ए.एल. बनर्जी, सचिव गृह अमृत अभिजात एवं संजय प्रसाद सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।

बदायूं में उसहैत थाना क्षेत्र के गाँव कटरा सआदतगंज की चर्चित घटना में पुलिस महानिदेशक ए.एल. बनर्जी ने नया खुलासा किया कि दोनों लड़कियों को मारने के बाद पेड़ से लटकाया गया था और मुंह में कपड़ा ठूंस कर हत्या की गई है। यह भी कहा कि आवश्यकता पड़ने पर लाई डिटेक्टर और नार्को टेस्ट भी कराया जायेगा।

यह भी बता दें कि घटना के दिन एसएसपी अतुल सक्सेना छुट्टी पर थे और उस दिन कार्यभार एसपी सिटी मान पाल सिंह चौहान के पास था।

कटरा सआदतगंज की चर्चित घटना दो सिपाही भी आरोपी हैं, जो जेल जा चुके हैं। पूरा चौकी स्टाफ निलंबित किया जा चुका है। एसओ गंगा सिंह यादव का तबादला किया जा चुका है, साथ ही प्रमुख सचिव गृह को भी हटाया जा चुका है, ऐसे में एसएसपी को निलंबित करने की अब तक की सब से बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। आज फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम ने घटना स्थल और आसपास से सैंपल भी एकत्रित किये हैं।

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