मुख्य सचिव और डीजीपी ने प्रवासी सम्मेलन व कुंभ की तैयारियों को देखा

मुख्य सचिव और डीजीपी ने प्रवासी सम्मेलन व कुंभ की तैयारियों को देखा

उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव अनूप चन्द्र पाण्डेय ने 21, 22 व 23 जनवरी को वाराणसी में पहली बार आयोजित हो रहे 15वें प्रवासी भारतीय दिवस समारोह को पूरी भव्यता एवं व्यस्थित तरीके से मनाये जाने हेतु सभी आवश्यक तैयारी युद्ध स्तर पर अभियान चलाकर शीघ्र पूरा कराये जाने के अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने बड़ालालपुर स्थित दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल में आयोजित होने वाले मुख्य कार्यक्रम स्थल पर लगने वाली प्रदर्शनी में काशी महात्म को दर्शाती पौराणिकता, संस्कृति, खान-पान, रहन-सहन आदि को विशेष रूप से उकेंरित किये जाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि काशी की गलियों में विश्व स्तरीय म्यूजिशियन घराने रहते हैं, जिसे विशेष महत्व दिया जाये, इस अवसर पर संस्कृति विभाग की ‘‘राम की विश्व यात्रा’’ नामक प्रदर्शनी भी विशेष आकर्षण का केन्द्र होगी।

मुख्य सचिव अनूप चन्द्र पाण्डेय एवं पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह गुरूवार को वाराणसी कमिश्नरी सभागार में प्रवासी भारतीय कार्यक्रम के प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। मुख्य सचिव ने शहर का यातायात व्यवस्था को चुनौतीपूर्ण बताते हुए चौकाघाट-लहरतारा मार्ग पर निर्माणाधीन फ्लाईओवर के निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। सिगरा-महमुरगंज मार्ग पर जल निगम द्वारा खोदाई करके डाले जा रहे पाइप लाइन कार्य के बाबत जल निगम से लिखा-पढ़ी में लेकर तत्काल् सड़क मरम्मत कराये जाने हेतु लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता को निर्देशित किया। इसके अलावा लहुराबीर-रामापुरा एवं मैदागिन-विशेश्वरगंज तक गंगा प्रदुषण इकाई द्वारा सड़क की खोदाई करके कराये जा रहे कार्य को बंद कराकर शीघ्र सड़क मरम्मत कराये जाने का निर्देश दिया। उन्होंने प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम के दौरान होने वाले गंगा महोत्सव आदि के अलावा विभिन्न गंगा घाटों एवं स्थानों पर होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम को व्यवस्थित एवं नियंत्रित तरीके से कराये जाने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने नगर आयुक्त को निर्देशित किया बड़ालालपुर, टेट सिटी के साथ ही पूरे शहर में सफाई व्यवस्था चाक-चौबन्द सुनिश्चित कराया जाय। कार्यक्रम के दौरान बावर्दी सफाई कर्मियों एवं सुपरवाइजरों की तैनाती किये जाने का भी निर्देश देते हुए कहा कार्यक्रम स्थल सहित मुख्य मार्गों पर धूल कतई नहीं दिखनी चाहिये। सड़कों पर अवारा पशु चक्रमण न करने पाये। सड़कों पर जगह-जगह उबड़-खाबड़, कट आदि का स्थलीय निरीक्षण कर मरम्मत करा दिया जाये।

कार्यक्रम स्थल के साथ ही प्रमुख स्थलों एवं चौराहा-तिराहों पर गंदगी, कूड़े के ढेर एवं बिजली के लटकते तार नहीं दिखने चाहिये। उन्होंने प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम के दौरान किये जाने वाले आवश्यक प्रबन्ध की चेकलिस्ट तैयार कर विभागीय समन्वय के साथ उसे पूरा करने पर विशेष जोर देते हुए इसके प्रगति की रोजाना मानीटरिंग किये जाने हेतु कमिश्नर एवं जिलाधिकारी को निर्देशित किया। प्रवासी भारतीय कार्यक्रम में आने वाले मेहमानों की जोरदार मेहमानवाजी पर विशेष जोर देते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि यहाँ से वे एक नई अनुभूति एवं उर्जा के साथ अपने देश को रवाना हों। प्रवासियों के साथ लगने वाले लाइजनिंग अधिकारी एवं गाइडों का शीघ्र प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें प्रशिक्षित किये जाने का निर्देश दिया। गंगा घाटों एवं प्रमुख स्थलों पर फसाड लाइटिंग कराये जाने के साथ ही पूरे शहर को आकर्षक तरीके से सजावट कराये जाने का भी निर्देश दिया। उन्होंने प्रवासी मेहमानों को उनकी जरूरत के अनुसार आवश्यक जानकारी मुहैया कराये जाने हेतु कार्यक्रम स्थल पर हेल्प डेस्क बनाये जाने का निर्देश दिया। साथ ही टेट सिटी में काशी के बाबत सम्पूर्ण जानकारी रखने वाले कर्मियों एवं सुरक्षा कर्मियों को ही लगाये जाने पर विशेष जोर दिया। आवश्यकतानुसार प्रवासियों के चिकित्सा सुविधा हेतु कार्यक्रम स्थलों पर बेहतरीन चिकित्सा व्यवस्था के साथ ही अच्छा चिकित्सा सुविधा वाले आसपास के प्रमुख एवं बड़े अस्पतालों में बेड एवं आपरेशन थियेटर आदि आरक्षित रखे जाने हेमु मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया।

उन्होंने दवाओं के बाबत संबंधित देश के चिकित्सकों से सम्पर्क कर रोगों से संबंधित दवाओं की जानकारी एवं उपलब्धता सुनिश्चित कराये जाने हेतु मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि आवश्यकता पड़ने पर प्रवासियों को उन्हीं के देश की दवायें उन्हे सुलभ करायी जा सकें। एयर एम्बुलेंस की व्यवस्था पर भी उन्होंने विशेष जोर देते हुए कमिश्नर को निर्देशित किया कि एयर एम्बुलेंस उपलब्ध कराने वाले कम्पनी से वार्ता कर व्यवस्था सुनिश्चित रखा जाये ताकि, किसी भी विषम स्थिति में उसका उपयोग किया जा सके। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान फुल प्रूफ सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित कराये जाने पर विशेष जोर देते हुए कहा कि विदेशी मेहमानों के सुरक्षा से किसी भी स्तर पर समझौता नहीं किया जायेगा। मुख्य सचिव ने बताया कि प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम के दौरान ‘‘एक जनपद एक उत्पाद’’ विषयक वृहद प्रदर्शनी का भी आयोजन होगा। जिसमें उत्तर प्रदेश के सभी जिलों की 75 स्टाल लगाये जायेंगे।

पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने प्रवासी मेहमानों की सुरक्षा को प्रथम कर्तव्य बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने भी इस संबंध में विशेष निर्देश दिये हैं। उन्होंने यातायात व्यवस्था को चाक-चौबन्द किये जाने के साथ ही बावर्दी के अलावा सादे वर्दी में भी सुरक्षा कर्मियों की तैनाती सुनिश्चित कराये जाने का निर्देश दिया। कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम के अब तक की तैयारी के बाबत प्रजेटेंशन के माध्यम से विस्तार से अवगत कराया तथा बताया कि अपेक्षित सभी तैयारी समय से उच्च गुणवत्ता के साथ पूर्ण कर ली जायेंगी। बैठक में प्रमुख सचिव पीबीडी आरके सिंह, सूचना निदेशक शिशिर, अपर पुलिस महानिदेशक पीवी रामाशास्त्री, कमिश्नर दीपक अग्रवाल, पुलिस उप महानिरीक्षक विजय सिंह मीणा, जिलाधिकारी सुरेन्द्र सिंह, एसएसपी आनन्द कुलकर्णी, नगर आयुक्त डॉ. नितिन बंसल एवं उपाध्यक्ष वीडीए राजेश कुमार सहित अन्य विभागीय अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे, इससे पूर्व उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव अनूप चन्द्र पाण्डेय एवं पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने अधिकारियों के साथ बड़ालालपुर स्थित दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल, टेंट सिटी एवं स्टेडियम आदि स्थलों का स्थलीय निरीक्षण कर अब तक किये गये तैयारी का जायजा लिया तथा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया।

मुख्य सचिव डॉ. अनूप चन्द्र पाण्डेय ने प्रयागराज का भी भ्रमण किया, जिसके दौरान कुम्भ मेला- 2019 में कराये जा रहे कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने संगम पर कुम्भ के दृष्टिगत की जा रही तैयारियों को देखा तथा अरैल क्षेत्र में बन रहें टेंट सिटी का भी अवलोकन किया। उन्होंने कुम्भ मेला क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा निर्मित चिकित्सालय एवं उनके द्वारा स्वच्छता के लिए किये गये प्रबन्ध को भी बारीकी से देखा। मुख्य सचिव ने मेला स्थित पुलिस लाइन में कुम्भ मेला को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए विभिन्न जनपदों से आये हुए पुलिस एवं अर्द्धसैनिक बलों के जवानों को सम्बोधित करते हुए उन्हें विश्व के सबसे बडे आयोजन कुम्भ मेला को सकुशल सम्पन्न कराने में अपना सम्पूर्ण सहयोग देने के लिए प्रेरित किया।

सर्व प्रथम मुख्य सचिव किले स्थित वीआईपी घाट पहुंचे। जहां पर उन्होंने कराये जा रहे कार्यों को देखा। मुख्य सचिव वहां से मोटर बोट से पूरे संगम क्षेत्र का जलमार्ग से निरीक्षण किया तथा मण्डलायुक्त डॉ. आशीष कुमार गोयल से कार्यों की जानकारी लेते रहे। मुख्य सचिव ने निरीक्षण के दौरान ही अरैल क्षेत्र में बन रहे टेंट सिटी का भी अवलोकन किया, जिसकी विस्तृत जानकारी मण्डलायुक्त के द्वारा उन्हें बतायी गयी। मुख्य सचिव ने कुम्भ मेला के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं के स्नान के लिए किये गये प्रबन्ध को भी देखा तथा गहरे पानी में श्रद्धालु न जायें, इसके लिए की गयी बैरिकेटिंग को भी उनके द्वारा देखा गया।

मुख्य सचिव वहां से निकलकर मेला क्षेत्र में स्थापित पुलिस लाइन पहुंचे। जहां पर कुम्भ मेला के लिए आये हुए अर्द्धसैनिक बलों के प्रशिक्षण कार्यक्रम को देखा तथा जवानों को सम्बोधित भी किया। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि उन्हें अर्द्धसैनिक बलों की क्षमता एवं काबिलियत पर पूरा विश्वास है तथा इसी विश्वास और लगन के साथ इस विश्व के सबसे बड़े आयोजन कुम्भ को सकुशल बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे। उन्होंने कहा कि इस बार कुम्भ पिछले कुम्भ की अपेक्षा काफी बड़ा है इसलिए नयी चुनौतियों के लिए तैयार होकर इस कुम्भ को सकुशल सम्पन्न बनाया जाय। उन्होंने कहा कि कुम्भ पूरी दुनिया में भारतीय संस्कृति को प्रदर्शित करती है। इस बार कुम्भ के इस आलोकिक वातावरण को देखने के लिए विभिन्न देशों के प्रतिनिधि भी आयेंगे। उन्हें वाराणसी से लेकर प्रयागराज में लाने तथा कुम्भ का भ्रमण कराने के लिए उत्तर प्रदेश एवं केन्द्र सरकार ने व्यापक प्रबंध किये हैं।

मुख्य सचिव पुलिस लाइन सभागार से निकलकर स्वास्थ्य विभाग के केन्द्रीय चिकित्सालय पहुंचे। जहां पर उन्होंने कुम्भ के दौरान आने वाले लोगों की चिकित्सिय सेवा के लिए किये गये प्रबन्ध को भी देखा। उन्होंने वहां उपस्थित चिकित्सकों से चिकित्सालय में दी जाने वाली चिकित्सिय सेवाओं के बारे में जानकारी ली। मुख्य सचिव वहां से निकलकर मेला क्षेत्र में स्वच्छता के लिए किये गये व्यापक प्रबन्ध को भी देखा। जिसमें उन्होंने मेला क्षेत्र में स्थापित शौचालयों को देखा। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी के द्वारा उन्हें मेला क्षेत्र में स्थापित किये गये शौचालय की जानकारी दी गयी। मा. मुख्य सचिव ने स्वच्छता पर किये गये व्यापक प्रबन्ध पर संतोष जाहिर किया। मुख्य सचिव वहां से निकलकर प्रयागराज मेला प्राधिकरण कार्यालय में स्थापित आईसीसीसी (इंटिगेटेड कन्ट्रोल कमाण्ड सेंटर) को देखने पहुंचे। जहां पर मेलाधिकारी विजय किरन आनन्द ने उन्हें इस सेंटर से पूरे मेला क्षेत्र में रखी जा रही नजर की जानकारी दी। उन्हें बताया गया कि पूरे मेला क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरों की मदद से पूरे मेला क्षेत्र में नजर रखी जा रही है।

मुख्य सचिव निरीक्षण करने के उपरान्त प्रयागराज मेला प्राधिकरण कार्यालय के आईसीसीसी के सभागार में पहुंचे। जहां पर उन्होंने सभी विभागों के साथ कुम्भ कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने प्रत्येक विभाग से कराये गये तथा किये जा रहे कार्यों की जानकारी ली तथा कुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए किये गये प्रबन्ध को भी देखा। इस बैठक तथा निरीक्षण के दौरान प्रमुख सचिव, एनआरआई विभाग राजेश कुमार, प्रमुख सचिव नगर विकास मनोज कुमार सिंह, पुलिस महानिदेशक ओ.पी. सिंह के साथ डीआईजी कुम्भ के.पी. सिंह, एसएसपी प्रयागराज नितिन तिवारी तथा सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित थे।

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