जिलाधिकारी ने लगाई शातिर महिला सचिव के वेतन पर रोक

जिलाधिकारी ने लगाई शातिर महिला सचिव के वेतन पर रोक
शिकायतें सुनते डीएम व एसएसपी।
शिकायतें सुनते डीएम व एसएसपी।
बदायूं के तेजतर्रार जिलाधिकारी पवन कुमार के सामने तथ्यात्मक शिकायत आ जाये, तो वे दोषी को सजा दिए बिना छोड़ते नहीं। आज बिसौली स्थित तहसील दिवस में ऐसा ही एक प्रकरण उनके संज्ञान में आया, तो जिलाधिकारी ने कड़ी नाराज़गी व्यक्त की, साथ ही उन्होंने ग्राम सिरतौल की सचिव सुनीता के अग्रिम आदेशों तक वेतन आहरण पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी।
मंगलवार को तहसील बिसौली में जिलाधिकारी पवन कुमार व एसएसपी सुनील सक्सेना जन शिकायतों को सुना। ग्राम सिरतौल के अमर सिंह ने शिकायत करते हुए बताया कि वह कई तहसील दिवसों में शिकायत कर चुका है, लेकिन उसका चकरोड सही नहीं हो रहा, इस पर जिलाधिकारी का पारा चढ़ गया, उन्होंने जब पुरानी शिकायतों के निस्तारण का ब्यौरा तलब किया, तो उसमें शिकायत को निस्तारित दिखाया गया था। गांव की सचिव सुनीता ने अपनी रिपोर्ट दी थी कि कच्चा रास्ता बनाने हेतु निर्देश दे दिए गए हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि खण्ड विकास अधिकारी तो अपने अधीनस्थ अधिकारियों, कर्मचारियों को निर्देश देते हैं, लेकिन एक सचिव किसे निर्देशित कर कच्चा रास्ता बनाने का काम पूर्ण कराएगा, यह कार्य सचिव को तो स्वयं ही कराना है। जिलाधिकारी ने सचिव को दोषी मानते हुए उसके वेतन आहरण पर अग्रिम आदेशों तक रोक लगा दी।
अभियान चलाकर दर्ज कराएं विरासत
जिलाधिकारी पवन कुमार ने अविवादित विरासत दर्ज न करने पर घोर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा है कि लेखपालों की यह लापरवाही कतई क्षम्य नहीं की जाएगी। सभी एसडीएम, तहसीलदार अपने-अपने तहसील क्षेत्रों में अभियान चलाकर अविवादित विरासत के मामले दर्ज कराएं और सभी क्षेत्रीय लेखपालों से प्रमाण पत्र लें कि उनके क्षेत्र में अब ऐसा कोई अविवादित मामला नहीं है। प्रमाण पत्र प्राप्त होने के बाद कोई पुराना मामला उनके संज्ञान में आने पर लेखपाल, राजस्व निरीक्षक, तहसीलदार और एसडीएम के विरुद् दण्डनीय कार्रवाई की जाएगी।
खाद्यान्न की कालाबाजारी करने वाले जायेंगे जेल
ग्राम वाजीजगत पीपरी के सलीम शाह ने कोटेदार रफीक अहमद, ग्राम एत्मादपुर के रामसेवक ने कोटेदार किशन लाल तथा ग्राम तारापुर के राजाराम ने कोटेदार लालाराम द्वारा खाद्यन्न वितरण न करने की शिकायत तहसील दिवस में जिलाधिकारी पवन कुमार से की। उन्होंने कड़ी नाराज़गी जाहिर की और जिलापूर्ति अधिकारी तथा उप जिलाधिकारियों को हिदायत दी कि वह खाद्यान्न वितरण के प्रकरणों को गंभीरता पूर्वक लें, जिस स्थान से शिकायत प्राप्त हों, उसकी जांच अवश्य कराई जाए और खाद्यान्न की कालाबाजारी करने वालों को जेल भिजवाया जाए। तहसील दिवस में ग्राम उल्ला के पूरन सिंह ने आंगनबाड़ी कार्यकत्री कुसुम देवी द्वारा पुष्टाहार न वितरण न करने तथा हिमांशु वार्ष्णेय ने लटकती विद्युत लाइनों को दुरुस्त कराने की शिकायत की है।
डीएम ने मौके पर दर्ज कराए चार विरासत के मामले
तहसील दिवस में ग्राम परौली के रामू ने शिकायत की कि उसकी ज़मीन पर उसे ही कब्जे से बेदखल किया जा रहा है, जिस पर जिलाधिकारी ने तुरन्त चकबंदी अधिकारी को तलब किया, तो उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता को उसी की जमीन पर कब्जा दिला दिया गया है, इस कारण शिकायत का मौके पर ही निस्तारण हुआ, वहीं एक दूसरे मामले में चार शिकायतकर्ताओं ने उपस्थित होकर विरासत दर्ज न होने की जिलाधिकारी पवन कुमार से शिकायत की, तो उन्होंने तुरन्त चारों विरासत के मामलों को मौके पर ही दर्ज कराकर शिकायत का निस्तारण कराया। तहसील दिवस में कुल 72 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिसमें 11 शिकायतों का मौके पर निस्तारण कराया गया।
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