वागीश होंगे प्रत्याशी, सपाईयों ने मनाया जश्न, सलीम शेरवानी मायूस

वागीश होंगे प्रत्याशी, सपाईयों ने मनाया जश्न, सलीम शेरवानी मायूस

बदायूं लोकसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी ने वागीश पाठक का टिकट घोषित कर दिया। खबर मिलते ही होली पर समाजवादी पार्टी के नेताओं ने दीवाली मनाना शुरू कर दी। प्रचार को बुक कराई गईं डेढ़ सौ कारों में से धर्मेन्द्र यादव ने सौ कारों की बुकिंग तत्काल केंसिल करा दी, वहीं सलीम इकबाल शेरवानी ने राहुल गाँधी से बात कर किसी और जगह से लड़ाने का आग्रह किया है।

बदायूं लोकसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी ने धर्मेन्द्र यादव को प्रत्याशी घोषित किया है, वहीं कांग्रेस ने सलीम इकबाल शेरवानी को टिकट दिया है। धर्मेन्द्र यादव, सलीम इकबाल शेरवानी और उनके कार्यकर्ता व समर्थक भारतीय जनता पार्टी का प्रत्याशी घोषित न होने से चुनावी रणनीति नहीं बना पा रहे हैं। होली की गहमा-गहमी के बीच भारतीय जनता पार्टी ने चुपके से वागीश पाठक का नाम घोषित कर दिया।

खबर मिलते ही समाजवादी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं में जोश भर गया। रंग और पिचकारी फेंक कर सपाई उत्साह में फायरिंग करने लगे। धूआंधार प्रचार के लिए बुक कराई गईं डेढ़ सौ कारों में से धर्मेन्द्र यादव ने सौ कारों की बुकिंग तत्काल निरस्त करा दी। मानना है कि अब प्रचार-व्रचार की जरूरत ही नहीं पड़ेगी, साथ ही धर्मेन्द्र यादव ने अपनी जनसभायें उत्तर प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में लगवा दी हैं, क्योंकि अब उन्हें यहाँ घूमने की जरूरत ही नहीं है।

उधर भाजपा का टिकट घोषित होने की खबर सलीम इकबाल शेरवानी को मिली तो, उन्होंने तत्काल राहुल गाँधी को फोन मिला लिया और उनसे आग्रह किया कि उन्हें बदायूं लोकसभा क्षेत्र से हटा कर कहीं और टिकट दे दिया जाये। राहुल गाँधी ने कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया, जिससे सलीम इकबाल शेरवानी चिंतित बताये जा रहे हैं, वहीं जितेन्द्र यादव चाव से मावा भरी गुझिया खा रहे थे, उन्हें खबर मिली तो, शेष बची आधी गुझिया उन्हें नीम से भी ज्यादा कड़वी लगने लगी, जिसे फेंक कर वे सोने चले गये। बड़बड़ा रहे ख्याली राम के ऊपर किसी ने रंग से भरी बाल्टी उलट दी तो, उसकी हड़बड़ा कर आंख खुल गई।

सच मान कर खबर पढ़ रहे सम्मानित पाठकों को खुल कर बता दे रहे हैं कि यह ख्याली राम का फर्जी सपना था। भांग के नशे में समझ न आये तो, एक बार फिर बता दे रहे हैं कि होली पर की गई मस्ती है, सो आनंद लें और प्राकृतिक रंगों के साथ होली खेलें, साथ ही मन की गंदगी साफ कर लोगों के गले भी मिलें, प्रेम बांटे। कोई पक्का रंग डाल भी दे तो, गुस्सा न करें, पलट कर मुस्करा दें, क्योंकि बुरा न मानो, होली है।

(गौतम संदेश की खबरों से अपडेट रहने के लिए एंड्राइड एप अपने मोबाईल में इन्स्टॉल कर सकते हैं एवं गौतम संदेश को फेसबुक और ट्वीटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं, साथ ही वीडियो देखने के लिए गौतम संदेश चैनल को सबस्क्राइब कर सकते हैं)

Leave a Reply