दबंग हिस्ट्रीशीटर से भयभीत है जनता, निगरानी शुरू, जिला बदर नहीं किया

दबंग हिस्ट्रीशीटर से भयभीत है जनता, निगरानी शुरू, जिला बदर नहीं किया

बदायूं जिले के वजीरगंज थाना क्षेत्र में एक हिस्ट्रीशीटर का क्षेत्र में भय व्याप्त है। हालात इतने भयावह हैं कि हिस्ट्रीशीटर के विरुद्ध कोई गवाही तक देने को तैयार नहीं होता, जिससे पुलिस मुकदमों में कार्रवाई नहीं कर पाती। पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर की निगरानी पुनः शुरू कर दी है पर, दबंग हिस्ट्रीशीटर को जिला बदर करने की कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे उसका भय व्याप्त ही है।

वजीरगंज थाना पुलिस ने अहसान उर्फ भूरे की शिकायत पर जांच की, जिसमें उप-निरीक्षक राजकुमार सिंह द्वारा पाया गया कि आंवला रोड निवासी अरविंद वार्ष्णेय पुत्र होरीलाल को 31 जुलाई 1997 को हिस्ट्रीशीटर घोषित किया गया था। अरविंद दबंगई व मनमानी लगातार करता रहा, इसके बावजूद 28 जून 2010 को उसकी निगरानी बंद कर दी गई।

जाँच में पाया गया कि हिस्ट्रीशीटर अरविंद पर कई मुकदमा दर्ज हुए लेकिन, भय के कारण इसके विरुद्ध कोई गवाही देने को तैयार नहीं हुआ, जिससे मुकदमों को समाप्त कर दिया गया। अरविंद की पत्नी ब्लॉक प्रमुख है, जिसके सहारे वह राजनैतिक पहुंच रखता है, जिससे क्षेत्र में इसका भय व्याप्त है। जाँच आख्या संस्तुति सहित प्रभारी निरीक्षक ने क्षेत्राधिकारी को भेज दी, उन्होंने संस्तुति सहित अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) को भेज दी, उनकी संस्तुति के बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने पुनः निगरानी शुरू करने का आदेश दे दिया।

चौंकाने वाली बात यह है कि जब जाँच में यह सिद्ध हो गया कि अरविंद का क्षेत्र में भय व्याप्त है तो, उसे जिला बदर क्यों नहीं किया गया। यह भी बता दें कि थाना पुलिस हिस्ट्रीशीटर अरविंद को शांति कमेटी की बैठकों में बुला कर सम्मान देती रही है, ऐसे में आम जनता में उसका भय व्याप्त होना स्वभाविक ही था।

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