पुलिस की जाँच तेज, पीसीआर मंजूर, क्या फर्जी है उघैती कांड की एफआईआर?

पुलिस की जाँच तेज, पीसीआर मंजूर, क्या फर्जी है उघैती कांड की एफआईआर?

(एडवोकेट सुधीर कश्यप की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट)

बदायूं जिले के उघैती थाना क्षेत्र में तीन जनवरी को हुई यौन उत्पीड़न और हत्या कांड की वारदात को लेकर पुलिस बेहद सक्रिय दिखाई दे रही है। मंगलवार को घटना स्थल पर उच्च स्तरीय टीम ने नमूने लिए, वहीं न्यायालय ने तीनों अभियुक्तों को साक्ष्य जुटाने हेतु संस्तुति दे दी है, साथ ही एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें पति कह रहा है कि मृतका ने उसे बताया था कि वह कुआं में गिरने से घायल हुई थी।

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उल्लेखनीय है कि थाना उघैती क्षेत्र के एक गाँव के निवासी पति ने आरोप लगाया है कि 3 जनवरी को उसकी पत्नी शाम 5 बजे मायके में स्थित ठाकुर जी महाराज के मंदिर पर चल चढ़ाने गई थी, उसके बाद रात के 12 बजे महंत सत्यनारायण, उसका चेला वेदराम और ड्राइवर जसपाल बुलेरो गाड़ी से लहूलुहान अवस्था में मृतका को घर पर छोड़ गये और बता गये कि वह गिरने से घायल हो गई है, इसके कुछ देर बाद उसने दम तोड़ दिया, उक्त तीनों पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया गया है, संबंधित धाराओं में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया और वेदराम एवं जसपाल गिरफ्तार कर जेल भेज दिए, वहीं 7 जनवरी की रात में भागने का प्रयास कर रहा महंत सत्यनारायण भी ग्रामीणों ने पकड़ लिया था और बाद में पुलिस के हवाले कर दिया था, जो अब जेल में है।

उक्त वारदात देश भर में चर्चा का विषय बन गई। लापरवाही के आरोप में थाना प्रभारी रवेन्द्र सिंह और हल्का इंचार्ज अमरजीत सिंह निलंबित किये जा चुके हैं, उनके विरुद्ध मुकदमा भी दर्ज कर दिया गया है। सहानुभूति बरतते हुए पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद भी दी गई है। पुलिस-प्रशासन और सरकार पीड़ित परिवार के साथ है। गहनता से जाँच की जा रही है। मंगलवार को व्हीकल चेसिस आइडेंटिफिकेशन एवं विधि विज्ञान प्रयोगशाला- बरेली की टीम पहुंची, जिसने कड़े सुरक्षा घेरे में गहनता से नमूने जमा किये। अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सिद्धार्थ वर्मा ने घटना को लेकर कई लोगों से वार्ता भी की। पुलिस ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के न्यायालय में तीनों अभियुक्तों को रिमांड पर लेने का प्रार्थना पत्र दिया, जिसे न्यायालय ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से सुनवाई के बाद स्वीकार कर लिया। जेल से निकाल कर स्वास्थ्य परीक्षण के बाद पुलिस अभियुक्तों से पूछ-ताछ कर सकती है।

उधर मृतका के पति का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वह बता रहा है कि उसकी पत्नी ने मृत्यु से पहले बात की थी और बताया था कि वह कुआँ में गिरने से घायल हो गई है। अब सवाल यह है कि जब पति को सच बता था तो, उसने एफआईआर में यौन उत्पीड़न और हत्या का जघन्य आरोप क्यों लगाया है?, ऐसा उसने किसने बहकाने पर किया था? पुलिस को इन सवालों के जवाब भी खोजने होंगे।

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