डीएम दीपा रंजन की कार्य प्रणाली से सहमे हुए हैं भ्रष्ट और लापरवाह अधिकारी-कर्मचारी

डीएम दीपा रंजन की कार्य प्रणाली से सहमे हुए हैं भ्रष्ट और लापरवाह अधिकारी-कर्मचारी

बदायूं की डीएम आईएएस दीपा रंजन के तेवरों के चलते भ्रष्ट और लापरवाह किस्म के अधिकारी-कर्मचारी सहमे नजर आ रहे हैं। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को दृष्टिगत रखते हुए उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा के साथ बैठक में लेते हुए अधीनस्थों को निर्देश दिए कि विशेष अभियान चलाकर अवैध शराब की ब्रिकी को सख्ती से रोका जाए, सभी अधिकारी पूरी सजगता से इस बात का ध्यान रखें कि उनके क्षेत्राधिकार में ऐसा न हो।

कलेक्ट्रेट में बैठक लेते हुए डीएम ने कहा कि अवैध शराब न बिकने पाये, इसके लिए गांवों में जाकर नियमित चेकिंग की जाए। दोषियों पर कठोर कार्यवाही जाए। संदिग्ध वाहनों की नियमित चेकिंग की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि आबकारी निरोधक दल, जिला स्तर पर और थाना स्तर पर बनाया जाये। उन्होंने कहा कि समय-समय पर रेड व गश्त का आयोजन करें व मदिरा दुकानों की नियमित जांच कर उनसे अनुज्ञा शर्तो का पालन करवाना सुनिश्चित करायें।

उन्होंने कहा कि अवैध शराब जिनके भी क्षेत्र से गुजरे पूरी निगरानी रखकर जब्त करने की कार्यवाही करें। शराब की दुकानों के बंद होने के बाद दुकान के आस-पास खिड़की से, शटर ऊँचा कर के किसी भी सूरत में शराब नहीं बेचने दें। शराब की दुकानों पर एमआरपी के अनुसार ही शराब व बीयर बेचे जाने के संबंध में पूरी निगरानी रखें। एमआरपी से अधिक दर पर शराब नहीं बेची जाए।

उन्होंने निर्देश दिए कि अवैध एवं कच्ची शराब के व्यापार की सूचना स्थानीय थाना स्तर पर संकलित कर इस कार्य में संलिप्त व्यक्तियों के विरूद्ध कठोरतम कानूनी कार्यवाही करायी जाये। संवेदनशील स्थानों एवं स्थापित ढाबों पर अवैध शराब की खरीद-बिक्री रोकने के लिये समय-समय पर आकस्मिक चेकिंग कराई जाये।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी निशा अनंत, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व नरेन्द्र बहादुर सिंह, एसपी (सिटी) प्रवीण सिंह चौहान एवं एसपी (आरए) सिद्धार्थ वर्मा सहित आबकारी विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।

इससे पहले डीएम दीपा रंजन ने प्रभारी जिला प्रोबेशन अधिकारी संतोष कुमार के साथ नेकपुर स्थित विशेषज्ञ दत्तक ग्रहण अभिकरण तथा कृष्णापुरी स्थित बाल गृह शिशु का औचक निरीक्षण किया, इस दौरान उन्होंने बाल गृह शिशु के अधीक्षक अतुल कुमार से बच्चों के पालन-पोषण के बारे में पूछ-ताछ की। रसोई घर में जाकर रसोइया से व्यवस्था के बारे में भी जाना। मैन्यु के अनुसार रसोई में बरी-आलू तथा बंदगोभी की सब्जी, चावल व रोटी बनाई गई थी, जिसकी गुणवत्ता का भी उन्होंने निरीक्षण किया। बच्चों से भी उन्होंने भोजन एवं मनोरंजन सहित अन्य सुविधाओं के बारे में भी बात की। बच्चों ने भोजन सहित अन्य सुविधाओं की आपूर्ति के बारे में जानकारी दी कि उन्हें बेहतर सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। जिलाधिकारी ने बाल गृह शिशु के संचालक अनूप कुमार सक्सेना को निर्देश दिए कि वह बच्चों को बेहतर सुविधाएं व गुणवत्तापूर्ण खाद्य सामग्री उपलब्ध करायें।

डीएम ने विशेषज्ञ दत्तक ग्रहण अभिकरण में ग्रह की प्रबंधिका प्रियंका जौहरी से नवजात शिशुओं के पालन पोषण एवं टीकाकरण के सम्बंध में जानकारी प्राप्त की। प्रबंधिका ने अवगत कराया कि बच्चों का समय से टीकाकरण कराया जाता है। बालरोग विशेषज्ञ द्वारा मासिक स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाता है। ग्रह के संचालक ने अवगत कराया कि दत्तक ग्रहण प्रक्रिया के बारे में केन्द्रीय दत्तक ग्रहण संसाधन प्राधिकरण (कारा) द्वारा निर्देशित गाइड लाइन का पालन सुनिश्चित किया जाता है। अब तक संस्थान द्वारा तीन बच्चों को बैंगलौर, कोलकाता एवं गाजियाबाद के निःसंतान दम्पत्तियों को गोद दिया जा चुका है। डीएम ने प्रबंधिका को निर्देश दिए कि वह बच्चों के अच्छे पोषण के लिए डायट प्लान तैयार करें।

डीएम ने निर्देश दिए कि कोरोना वायरस के प्रति बच्चों को जागरुक किया जाता रहे तथा सोशल का डिस्टेंस का पालन किया जाता रहे। सुरक्षा की दृष्टिगत से गार्ड की व्यवस्था रहे एवं सीसीटीवी कैमरे निरंतर चालू रहें। उन्होंने निर्देश दिए कि अग्निशमन विभाग फायर सहित अन्य यंत्रों को आकर नियमित चेक करें कि यह ठीक है या, नहीं। उन्होंने यहां रह रहे बच्चों से भोजन, नाश्ता व मनोरंजन के सम्बंध में भी पूछा। उन्होंने निर्देश दिए कि बच्चों से समस्याओं के बारे में भी उनसे पूछते रहें। समय-समय पर स्वास्थ्य परीक्षण भी होता रहे। पीने के लिए शुद्ध पेयजल की व्यवस्था रहे।

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