आबिद रजा की स्वतंत्रता दिवस पर आजम खान, उनकी पत्नी और बेटे को रिहा करने की मांग

आबिद रजा की स्वतंत्रता दिवस पर आजम खान, उनकी पत्नी और बेटे को रिहा करने की मांग

बदायूं विधान सभा क्षेत्र के निवर्तमान विधायक व पूर्व मंत्री आबिद रजा ने राष्ट्रपति को पत्र भेज कर स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सांसद आजम खान को रिहा करने की मांग की है। आजम खान का 70वां जन्मदिन है, उनके समर्थकों ने पुस्तकें बाँट कर जन्मदिन मनाया और उनके स्वास्थ्य की कामना की।

पूर्व मंत्री आबिद रजा द्वारा राष्ट्रपति को भेजे गये पत्र में कहा गया है कि 15 अगस्त देश की आजादी का दिन है, यह दिन हिंदुस्तान में सभी धर्मों के त्योहार से बड़ा दिन होता है। आप देश के सर्वोच्च पद पर हैं, पूरे देश के नागरिकों की आंखें आपसे इंसाफ की उम्मीद रखती हैं, आपके पास किसी की भी सजा को माफ करने का अधिकार है और जब किसी बेगुनाह को उत्तर प्रदेश में मय परिवार के सज़ा मिल रही हो तब, आपसे इंसाफ की उम्मीदें और बढ़ जाती हैं, ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश का आपके संज्ञान में डालना चाहता हूँ।

पत्र में लिखा है कि सांसद आजम खान चार बार उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री व लगभग 9 बार उत्तर प्रदेश विधानसभा में विधायक रहे। रामपुर में जौहर यूनिवर्सिटी व रामपुर पब्लिक स्कूल बनाकर उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में एक प्रदेश में बड़ा काम किया है, इन शिक्षण संस्थानों में छात्रों से पूरे प्रदेश में सबसे कम फीस ली जाती है, इसके अलावा सांसद आजम खान एक सीनियर सिटीजन है तथा पूरे प्रदेश में लगभग 40 सालों से राजनैतिक जीवन में उनकी ईमानदारी की छवि है।

वर्तमान समय में सांसद आजम खान, उनकी पत्नी विधायक तंजीम फातिमा, उनके पुत्र अब्दुल्लाह आजम को लगभग 6 माह से उत्तर प्रदेश सरकार ने राजनैतिक द्वेष भावना से सत्ता का दुरुपयोग करके फर्जी मुकदमे लगाकर सीतापुर जेल में बंद कर रखा है, आपके संज्ञान में यह भी लाना चाहूंगा कि आजम खान की पत्नी जेल में रहते पैर फिसल जाने के कारण गिर गईं, उनकी इस घटना में हाथ की हड्डी फैक्चर हो गई तथा उनका सर गंगाराम अस्पताल दिल्ली में जेल जाने से 1 माह पूर्व रीढ़ की हड्डी का ऑपरेशन भी हो चुका है तथा उनकी उम्र भी लगभग 65 वर्ष की है, वह भी विधायक होने के साथ-साथ सीनियर सिटीजन भी हैं।

पत्र में आगे लिखा है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना महामारी के कारण पिछले कई महीनों में सीनियर सिटीजन को जेल से रिहा किया लेकिन, आजम खान और उनके परिवार को राजनैतिक द्वेष भावना के कारण पैरोल पर रिहा नहीं किया, जबकि आजम खान ने 28 फरवरी को कानून का सम्मान करते हुए रामपुर अदालत में मय परिवार के साथ आत्मसमर्पण किया था। चूंकि आपको संविधान व देश के कानून ने देश के किसी भी नागरिक की सज़ा को माफ करने का अधिकार दिया है तथा 15 अगस्त को देश की आजादी के दिन बेकसूर लोगों को जेल से रिहा करने की परंपरा भी रही है। पत्र में निवेदन किया गया है कि सांसद आजम खान व उनके परिवार के प्रकरण में हस्तक्षेप कर के 15 अगस्त के मौके पर सभी को जेल से पैरोल पर रिहा करने की लिए उत्तर प्रदेश सरकार के जिम्मेदार नेता व अधिकारियों को प्रभावी आदेश देने की कृपा करें।

उधर आज आजम खान का जन्मदिन भी है। शिक्षित युवा वर्ग संगठन ने मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी के संस्थापक मोहम्मद आजम खान का 70वां जन्मदिन सामान्य ज्ञान की पुस्तक वितरण कर एक अनूठे प्रकार से मनाया, इस दौरान महासचिव मुस्लिम अंसारी, सुमित माथुर, विनोद मौर्या, मोहम्मद अनस, फैजान, मो. हाशिम, आसिफ, हस्सान चौधरी, जमील, आकाश सहित लोग उपस्थित रहे।

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