विधायकों की माँ-बहन को नहीं मिला टिकट, संगठन रहा हावी, पूर्व विधायक की पत्नी लड़ेगी चुनाव

विधायकों की माँ-बहन को नहीं मिला टिकट, संगठन रहा हावी, पूर्व विधायक की पत्नी लड़ेगी चुनाव

बदायूं जिले में भारतीय जनता पार्टी ने जिला पंचायत सदस्य पद के प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है लेकिन, कड़ी मशक्कत के बावजूद पार्टी 51 में 50 प्रत्याशियों की ही घोषणा कर पाई है। एक वार्ड क्षेत्र में प्रत्याशी की घोषणा करने को लेकर अभी भी मंथन चल रहा है। घोषित की गई सूची को लेकर चर्चा है कि विधायकों की आपत्तियों और सहमतियों को पूरी तरह दरकिनार कर दिया गया है। प्रत्याशियों का चयन करने में संगठन को ही वरीयता दी गई है।

जिला पंचायत सदस्य पद हेतु प्रत्याशियों का चयन करने के लिए भाजपा में लंबे समय से मंथन चल रहा था। भाजपा विधायक अपने चहेतों को टिकट दिलवाना चाहते थे, साथ ही विधायक बड़े नेताओं के टिकट कटवाना चाहते थे पर, विधायकों की आपत्तियों और सहमतियों को भाजपा ने बहुत ज्यादा अहिमियत नहीं दी। विधायक जिन नेताओं के विरुद्ध खड़े थे, उन्हें टिकट दे दिया गया है, साथ ही विधायक जिन्हें टिकट दिलवाना चाहते थे, उन्हें दरकिनार कर दिया गया है। वार्ड जगत से प्रभावशाली महिला का टिकट कटवाने में विपक्ष की भी भूमिका बताई जा रही है। सूत्रों का कहना है कि विपक्ष के एक बड़े नेता की बेटी यहाँ से चुनाव लड़ रही है, उसका रास्ता साफ करवाने में विपक्ष के नेता ने सत्ता पक्ष के मित्र नेता के सहारे प्रभावशाली महिला का टिकट नहीं होने दिया।

अधिकांश प्रत्याशियों का चयन करने में पूरी तरह संगठन को ही वरीयता दी गई है, कुछेक अपवाद छोड़ कर विधायकों की आपत्तियों और सहमतियों को भाव नहीं दिया गया। एक विधायक की बहन और एक विधायक की माँ को टिकट नहीं दिया लेकिन, एक वार्ड में प्रत्याशी की घोषणा अभी भी नहीं हो सकी है। वार्ड सिसईया गुसाईं क्षेत्र को रिक्त छोड़ दिया गया है, इस बारे में सूत्रों का कहना है कि एक पदाधिकारी की भतीजी को टिकट देने पर विचार किया जा रहा था लेकिन, शर्त यह थी कि पदाधिकारी को अपने दायित्व से त्याग पत्र देना पड़ेगा पर, पदाधिकारी त्याग पत्र देने को तैयार नहीं हुए, जिससे प्रत्याशी की घोषणा नहीं की गई।

सूत्रों का यह भी कहना है कि भाजपा का एक गुट एक पूर्व विधायक को भाजपा में लाना चाहता है पर, पूर्व विधायक ने अध्यक्ष पद का टिकट देने की शर्त रखी है, जिससे सिसईया गुसाईं वार्ड को रिक्त छोड़ दिया गया है। खैर, सच क्या है?, इस बारे में बुधवार शाम तक स्पष्ट हो जायेगा। हाँ, पूर्व विधायक को भाजपा में आने की हरी झंडी मिल गई तो, यह जरूर चौंकाने वाली बात होगी। हालाँकि यह खबर पक्की है कि पूर्व विधायक की पत्नी द्वारा सिसईया गुसाईं क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन पत्र दाखिल किया जायेगा।

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