टेस्टिंग, कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, सेनिटाइजेशन, स्वच्छता और वैक्सीनेशन में तेजी लाई जाये: मंडलायुक्त

टेस्टिंग, कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, सेनिटाइजेशन, स्वच्छता और वैक्सीनेशन में तेजी लाई जाये: मंडलायुक्त

बदायूं में कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में आयोजित की बैठक में मंडलायुक्त आर. रमेश कुमार ने निर्देश दिए कि शासन की मंशा के अनुरूप कार्य करें। उन्होंने टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देश दिए, साथ ही साफ-सफाई और सेनिटाजेशन कराने के भी निर्देश दिए। बैठक में जिलाधिकारी दीपा रंजन, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा, मुख्य विकास अधिकारी निशा अनंत, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) नरेन्द्र बहादुर सिंह, अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) ऋतु पुनिया, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. यशपाल सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट अमित कुमार सहित अन्य सम्बंधित जिला स्तरीय अधिकारियों एवं चिकित्सकों के साथ कोविड- 19 के सम्बंध में मंडलायुक्त ने विस्तार से चर्चा की।

मंडलायुक्त ने निर्देश दिए कि सभी अधिकारी एवं कर्मचारी कार्याें को बांटकर जिम्मेदारी से शासन की मंशा के अनुसार कोरोना काल में अपने कार्यों का निर्वाहन करें। किसी भी स्तर से कोई लापरवाही नहीं होना चाहिए। कोरोना काल में कोई भी भूखा नहीं रहना चाहिए। कम्युनिटी किचन के माध्यम से भूखे लोगों को प्रत्येक दशा में गुणवत्ता पूर्ण भोजन उपलब्ध कराया जाए। गांवों को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रखने के उद्देश्य से सरकार द्वारा विशेष जांच अभियान संचालित किया जा रहा है। इस अभियान के प्रभावी और त्वरित संचालन के लिए निगरानी समितियों तथा आरआरटी की संख्या बढ़ाई जाए। निगरानी समितियों की संख्या में वृद्धि की जाए। उन्होंने आरआरटी को पर्याप्त संख्या में वाहन उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिये।

उन्होंने कहा कि लक्षणयुक्त तथा संक्रमण की दृष्टि से संदिग्ध सभी लोगों को निगरानी समितियों के माध्यम से मेडिकल किट वितरित की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि मेडिकल किट में सभी निर्धारित दवायें अनिवार्य रूप से हों। मेडिकल किट व दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता है। पॉजिटिव आने पर उनके उपचार की तुरंत व्यवस्था की जाए। होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड मरीजों के साथ नियमित संवाद स्थापित करते हुए उनके स्वास्थ्य की जानकारी प्राप्त की जाए और उन्हें मेडिकल परामर्श दिया जाए। खाद्यान्न वितरण कार्य की निगरानी हेतु एक नोडल अधिकारी नामित किया जाए। गेहूं क्रय केन्द्रों को सोशल डिस्टेंसिंग व कोविड प्रोटोकाल के तहत संचालित किया जाये।

डीएम ने मंडलायुक्त को विस्तृत जानकारी देते हुए अवगत कराया कि संक्रमितों की संख्या में काफी हद तक कमी आई है, टेस्टिंग, कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, सेनिटाइजेशन, स्वच्छता, वैक्सीनेशन आदि कार्यों को तेजी से कराया जा रहा है। जनपद की निगरानी समितियां क्रियाशील हैं। एडीएम (वित्त) एवं एडीएम (प्रशासन) ने कंटेनमेन्ट जोन एवं वहां आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के सम्बंध में जानकारी उपलब्ध कराई। सीएमओ ने अवगत कराया कि स्वास्थ्य विभाग में दवाओं की उपलब्धता है, सभी प्रकार के उपकरणों का आवश्यकतानुसार प्रयोग किया जा रहा है। मंडलायुक्त के पूछने पर सीएमओ ने अवगत कराया कि अभी तक जनपद में ब्लैक फंगस का कोई प्रकरण नहीं है। डीपीआरओ डाॅ. सरनजीत कौर ने अवगत कराया कि ग्राम पंचायत में एक या दो सफाई कर्मी तैनात हैं। समस्त सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) को निर्देशित किया गया है कि ग्राम पंचायत की आवश्यकतानुसार 5 से 12 मजदूर कार्य में लगाए जायें। पूर्व में जनपद में गोबर उठान का अभियान चला था। इस ओर समस्त खण्ड विकास अधिकारियों को मनरेगा से गांव के बाहर कम्पोस्ट किट बनाने के निर्देश दिए गये हैं। सेनिटाइजेशन हेतु ग्राम पंचायतों के द्वारा छिड़काव हेतु दवा खरीद कर रखवाया गया है, जिससे कोई भी कमी सेनिटाइजेशन में न हो।

उन्होंने बताया कि जिला पंचायत राज अधिकारी एवं सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) द्वारा प्रतिदिन 3 ग्राम पंचायतों का स्थलीय भ्रमण व निरीक्षण भी किया जा रहा है। जनप्रतिनिधियों से भी साफ-सफाई हेतु गांव पूछे जा रहे हैं एवं उनको फोटोग्राफ्स भी भेजे जा रहे हैं। जनप्रतिनिधियों से सफाई अभियान में सक्रिय सहयोग भी मांगा गया है। ग्राम पंचायत निगरानी समिति का गठन राजस्व ग्रामवार किया गया है। समस्त सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) एवं सचिवों को निगरानी समिति की बैठक करने हेतु निर्देशित किया गया है। जिला पंचायत राज अधिकारी एवं सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) भी प्रतिदिन ग्राम पंचायत के निरीक्षण में निगरानी समिति की बैठक कर के निगरानी समिति को उसके दायित्वों के बारे में जानकारी दे रहे है। निगरानी समिति में सचिवों को जिलाधिकारी के निर्देशों के क्रम में सीएमओ द्वारा मेडिकल किट उपलब्ध करायी गयी है, जिसे ग्राम निगरानी समिति एवं एमओआईसी के परामर्श से ग्राम में वितरित की जा रही हैं। कार्यालय से भी प्रतिदिन निगरानी समिति के 50-75 सदस्यों से प्रतिदिन वार्ता की जा रही है और ग्राम पंचायत के बारे में जानकारी ली जा रही है कि ग्राम पंचायत में साफ सफाई का कार्य चल रहा है, मेडिकल किट बांटी जा रही हैं , कोरोना टेस्टिंग चल रही है , मेडिकल टीम द्वारा विजिट किया जा रहा है।

उन्होंने अवगत कराया कि ग्राम पंचायत में प्राइमरी स्कूल व पंचायत घर में क्वारंटीन सेंटर बनाया गया है, जिसमें 5 बेड की व्यवस्था की गयी है। आवश्यकता पड़ने पर अतिरिक्त वेड की व्यवस्था कर दी जायेगी। विकास खंड के सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) एवं समस्त सचिवों को अवगत कराया गया है कि ग्राम पंचायत में यदि कोई गरीब परिवार में किसी की मृत्यु हो जाती है तो, उसकी अन्त्येष्टि हेतु ग्राम पंचायत से 5000 रूपये तक व्यय किया जा सकता है एवं यदि किसी की मृत्यु कोविड से होती है एवं उसका अन्तिम संस्कार ग्राम पंचायत में स्थित अन्त्येष्टि स्थल पर किया जाता है तो, उस व्यक्ति का दाह संस्कार कोविड प्रोटोकाल के नियमों का पालन करते हुए किया जायेगा। इसके उपरान्त आयुक्त ने आवास विकास पहुंचकर सेनिटाईजेशन कार्य का भी निरीक्षण लिया।

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