कुंडली में बैठे राहु-केतु “भैया जी” के राजनैतिक जीवन को पूरी तरह समाप्त कर देंगे

कुंडली में बैठे राहु-केतु “भैया जी” के राजनैतिक जीवन को पूरी तरह समाप्त कर देंगे

बदायूं जिले के चर्चित राहु-केतु में ही मन-मिटाव हो गया है। “भैया जी” ने राहु-केतु के बीच में ही ऐसा राजनैतिक पासा फेंक दिया है, जिससे राहु गमगीन नजर आ रहा है, वहीं केतु पिटने के बाद भी झूम रहा है। हालाँकि आम जनता के आक्रोश को देखते हुए राहु-केतु दहशत के कारण कोठी से बाहर नहीं जा पा रहे हैं।

पढ़ें: राहु-केतु के चलते “भैया जी” के नहीं आ सकते “अच्छे दिन” बढ़ेगा हार का अंतर

“भैया जी” ने आम जनता की सेवा के लिए पहले कोठी खरीदी, उसके बाद वहां विश्वस्त लोग तैनात कर दिए लेकिन, विश्वस्त “भैया जी” की मंशा के विपरीत अपनी अलग की खिंचड़ी पकाने लगे। हालात इतने भयावह होते चले गये कि राहु-केतु ने निजी स्वार्थों की पूर्ति के चक्कर में “भैया जी” की जड़ों में ही मट्ठा डाल दिया। राहु-केतु के दुष्कर्मों का दुष्परिणाम “भैया जी” को ही भोगना था, सो दुःखी लोगों ने बे-मन से चुनाव हरा कर “भैया जी” को दिन में ही तारे दिखा दिए। राहु-केतु से त्रस्त लोगों का उद्देश्य था कि चुनाव हारने के बाद “भैया जी” समझ जायेंगे और राहु-केतु को किनारे कर देंगे लेकिन, राहु-केतु ने “भैया जी” को अपने जाल में इस तरह फंसा रखा है कि “भैया जी” चाह कर भी उनके जाल से निकल नहीं सकते। हालाँकि “भैया जी” राहु-केतु की हरकतों से अनिभिज्ञ नहीं हैं, वे अंकुश लगाना चाहते भी हैं पर, आम चर्चा है कि राहु-केतु “भैया जी” के बारे में ऐसा कुछ जानते हैं, जिसके चलते “भैया जी” को राहु-केतु के इशारों पर चलना पड़ता है।

खैर, “भैया जी” ने साहस कर के राहु की महिला मित्र का टिकट कटवा दिया, जिससे राहु विचलित नजर आ रहा है। राहु इसलिए भी ज्यादा दुखी है कि केतु की अराजनैतिक महिला मित्र का टिकट नहीं कटा। “भैया जी” की चाल के कारण राहु-केतु में दो दिनों से बोल-चाल बंद बताई जा रही है। केतु को दो दिन पहले गाँव अर्सिस बर्खिन में आक्रोशित भीड़ ने दौड़ा लिया था, जिससे केतु अब कोठी से बाहर नहीं निकल रहा है। सूत्रों का कहना है कि केतु लोगों को कोठी पर ही बुला रहा है और अपनी महिला मित्र को जिताने के निर्देश दे रहा है।

पढ़ें: भैया जी के करीबियों से और उनकी कोठी पर जाने वालों से घृणा करता है नया सरदार

आक्रोशित लोगों का कहना है कि अब राहु-केतु के क्रिया-कलाप सार्वजनिक हो गये हैं, उनकी छवि भी सार्वजनिक हो गई, है। हालात इतने भयावह हैं कि जिस गाँव में जायेंगे, राहु-केतु वहीं पीटेंगे, इसके बावजूद “भैया जी” राहु-केतु को नहीं भगा रहे हैं। अगर, “भैया जी” ने अब भी निर्णय नहीं लिया तो, उनकी कुंडली में बैठे राहु-केतु उनका राजनैतिक जीवन पूरी तरह समाप्त कर देंगे।

(गौतम संदेश की खबरों से अपडेट रहने के लिए एंड्राइड एप अपने मोबाईल में इन्स्टॉल कर सकते हैं एवं गौतम संदेश को फेसबुक और ट्वीटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं, साथ ही वीडियो देखने के लिए गौतम संदेश चैनल को सबस्क्राइब कर सकते हैं)

Leave a Reply