फंस सकते हैं पति-पत्नी के बीच खलनायक बनने वाले कोतवाल बीके गौतम

फंस सकते हैं पति-पत्नी के बीच खलनायक बनने वाले कोतवाल बीके गौतम
गौरव रस्तोगी उर्फ संटू

बदायूं के पति-पत्नी के बीच खलनायक बन कर सामने आये इंस्पेक्टर और सब-इंस्पेक्टर कानूनी शिकंजे में जकड़े जा सकते हैं। पीड़ित पति ने न्यायालय में न्याय की गुहार लगाई है। प्रकरण पर न्यायालय में 3 जुलाई को सुनवाई होगी, इसके बावजूद पुलिस ने पत्नी की ओर से पति के विरुद्ध एक और मुकदमा दर्ज कर लिया है।

उल्लेखनीय है कि सदर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला कालसेन चूना मंडी निवासी गौरव रस्तोगी उर्फ संटू सहित पांच लोगों के विरुद्ध दहेज को लेकर प्रताड़ित करने का पत्नी नेहा रस्तोगी ने 11 जून को मुकदमा धारा- 498 (ए), 323, 325, 504 और 506 आईपीसी के अंतर्गत दर्ज करा था। उच्चतम न्यायालय का स्पष्ट आदेश है कि दहेज एक्ट के प्रकरण में सर्व प्रथम पति-पत्नी के बीच सुलह का प्रयास किया जाये। सुलह न होने की दशा में पुलिस विवेचना करे, इसके बावजूद पुलिस ने आरोपी पति गौरव को गिरफ्तार कर लिया और दो दिन कोतवाली में रख कर प्रताड़ित करने के बाद 15 जून को सीजेएम के समक्ष न्यायालय में पेश कर दिया। सीजेएम मोहम्मद असलम सिद्दीकी प्रकरण सामने आते ही स्तब्ध रह गये, उन्होंने पुलिस को जमकर लताड़ लगाई, साथ ही कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी। उन्होंने आरोपी गौरव रस्तोगी को जेल नहीं भेजा। गौरव को पुलिस वापस कोतवाली ले गई और फिर उसे जमानत पर रिहा कर दिया, जबकि धारा- 54 सीआरपीसी के अंतर्गत मेडिकल परीक्षण कराने के बाद पुलिस को जमानत देने का अधिकार नहीं है।

पीड़ित पति गौरव ने पुलिस विभाग के अफसरों से प्रताड़ित करने की शिकायत की एवं दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की गुहार लगाई, लेकिन अफसरों ने कोई कार्रवाई नहीं की, तो पीड़ित ने कोतवाली प्रभारी भरत कुमार गौतम और सब-इंस्पेक्टर आशा देवी सहित 7 लोगों पर झूठे मुकदमा में फंसाने का षड्यंत्र रचने और प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए सीजेएम के समक्ष प्रार्थना पत्र दे दिया। सीजेएम ने धारा- 156 (3) के अंतर्गत प्रार्थना पत्र स्वीकार करते हुए पुलिस से आख्या मांगी है। अगली सुनवाई 3 जुलाई को होगी।

उक्त प्रकरण में चौंकाने वाली बात यह है कि पीड़ित गौरव ने न्याय दिलाने की गुहार न्यायालय में 22 जून को लगाई, इसके बावजूद पत्नी नेहा की ओर से पुलिस ने 28 जून को पति के विरुद्ध छेड़छाड़ का एक और मुकदमा दर्ज कर लिया। पीड़ित गौरव का कहना है कि उसके ससुराल पक्ष के दबाव एवं मोटी रकम लेकर पुलिस उसे प्रताड़ित कर रही है। पीड़ित दहेज एक्ट के अंतर्गत गिरफ्तारी करने के प्रकरण में उच्च न्यायालय की शरण में जाने की तैयारी कर रहा है।

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दहेज एक्ट के आरोपी पति को गिरफ्तार करने पर सीजेएम ने पुलिस को लताड़ा

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