डीएसडब्ल्यूओ की लापरवाही से होलाष्टक में होगा विवाह समारोह

डीएसडब्ल्यूओ की लापरवाही से होलाष्टक में होगा विवाह समारोह

बदायूं में 23 फरवरी को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत विशाल समारोह आयोजित किया जायेगा, जिसकी तैयारियां पूर्ण हो चुकी हैं। समारोह के मुख्य अतिथि श्रम समन्वय एवं सेवायोजन विभाग के कैबिनेट मंत्री एवं प्रभारी मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य रहेंगे। चौंकाने वाली बात यह है कि पौराणिक मान्यता के अनुसार 23 फरवरी से हिंदू परिवारों में 16 संस्कार बंद हो जायेंगे, जिनमें विवाह भी शामिल है। होलाष्टक लगने के बाद हिंदू परिवारों में शुभ कार्य नहीं किये जाते हैं, ऐसे में सवाल उठता है कि जिला समाज कल्याण विभाग ने होलाष्टक लगने के बाद का दिन क्यों चुना?, इस संबंध में जिला समाज कल्याण अधिकारी अर्चना शर्मा ने बताया कि ज्योतिषियों से मुहूर्त निकलवाने के बाद विवाह कराये जा रहे हैं, लेकिन ज्योतिषियों का कहना है कि 22 फरवरी की रात में ही 2: 29 मिनट से होलाष्टक शुरू हो जायेगा, 23 फरवरी का सूर्योदय होलाष्टक में ही होगा, ऐसे में समाज कल्याण विभाग की लापरवाही नजर आ रही है, क्योंकि धार्मिक रीति-रिवाज से आयोजन किया जा रहा है, तो 22 फरवरी तक आयोजन कर लेना चाहिए था। वैसे बुजुर्ग यह भी कहते हैं कि लड़की युवा हो जाये और अनुकूल वर मिल जाये, तो हर दिन शुभ ही होता है।

खैर, समारोह की तैयारियों को लेकर प्रशासन जुटा हुआ है। गुरुवार को पुलिस परेड ग्राउंड में जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने तमाम अधिकारियों के साथ पूरे दिन तैयारियों का जायजा लिया और दिशा-निर्देश भी देते रहे। कार्यक्रम को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए डीएम ने सम्बंधित अधिकारियों को जिम्मेदारियाँ सौंपी हैं। उन्होंने कहा कि श्रम विभाग में पंजीकृत करा के नव-दंपत्तियों को विभिन्न योजनाओं से लाभांवित कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि कन्यादान से बड़ा कोई दान नहीं है। कोई भी सक्षम व्यक्ति इस कार्यक्रम में सहयोग कर सकता है। उन्होंने बताया कि 9 बजे से सामूहिक विवाह कार्यक्रम प्रारंभ कर दिया जाए। नव-दम्पतियों को स्वच्छ शौचालय, उज्जवला गैस, कनेक्शन एवं विद्युत कनेक्शन का स्वीकृति पत्र निःशुल्क दिया जायेगा।

सामूहिक विवाह सम्पन्न कराकर कार्यक्रम में सम्मिलित होने वाले जोड़ों को उनकी सामाजिक/धार्मिक परंपरा तथा रीति-रिवाज के अनुसार विवाह करने की व्यवस्था की गई है। प्रशासन की ओर से जोड़ो को लाने-ले जाने की व्यवस्था की गई है। वर-वधु को उनके धार्मिक रीति-रिवाज के अनुसार ही विवाह सम्पन्न कराया जाएगा। जोड़े चाहें, तो खुद काजी व पंडित को ला सकते हैं, अन्यथा यह व्यवस्था भी जिला प्रशासन की ओर से की जाएगी। ग्रामीण वर-वधु के ग्राम प्रधान भी विवाह समारोह में उपस्थित रहेंगे।

कार्यक्रम में बीड़ी सिगरेट माचिस पर प्रतिबंध रहेगा। सुरक्षा की दृष्टि से खुराफाती एवं शरारती तत्वों पर विशेष नजर रहेगी। सामूहिक विवाह समारोह में सहयोग करने वाले लोगों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। गेट पर काउंटर लगाकर सभी जोड़ों के नाम भी डिस्प्ले किए जाएंगे, जिससे विवाह सम्बंधित लोग असुविधा से बच सकेंगे और अपने-अपने सम्बंधियों के पंडाल में आसानी से पहुँच सकें, इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी शेषमणि पाण्डेय, अपर जिलाधिकारी प्रशासन अजय कुमार श्रीवास्तव, एसपी सिटी कमल किशोर, जिला विकास अधिकारी सेवाराम चैधरी, जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी अशोक कुमार यादव सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

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