तेजतर्रार एडीएम प्रशासन के संज्ञान में प्रकरण पहुंचा तो बच नहीं पायेंगे धीरेन्द्र

तेजतर्रार एडीएम प्रशासन के संज्ञान में प्रकरण पहुंचा तो बच नहीं पायेंगे धीरेन्द्र

बदायूं जिले में सब उल्टा-पुल्टा हो रहा है। हर विभाग में मनमानी और भ्रष्टाचार चरम सीमा पर पहुंच गई है। कोतवाली सहसवान में तैनात भ्रष्ट सब-इंस्पेक्टर वारिश खान पर रिश्वत का वीडियो और ऑडियो वायरल होने के बाद भी कार्रवाई नहीं की गई, साथ ही प्रशस्ति पत्र देकर राज्यमंत्री महेश चंद्र गुप्ता से सम्मानित करा दिया गया, इसी तरह उझानी नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी धीरेन्द्र कुमार राय पर कार्रवाई करने की जगह पुरस्कृत कर दिया गया है, उन्हें नगर पंचायत वजीरगंज का भी कार्यभार दे दिया गया है।

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उल्लेखनीय है कि उझानी नगर पालिका परिषद में चहेते ठेकेदार को टेंडर देने के लिए अधिशासी अधिकारी धीरेन्द्र कुमार राय ने खुले टेंडर को साइट से डिलीट कर दिया था एवं उसी टेंडर को व्यक्तिगत टेंडर बना दिया था, साथ ही मीडिया के माध्यम से यह अफवाह फैला दी थी कि साइट हैक कर ली गई थी लेकिन, साइट हैक होने के संबंध में एफआईआर नहीं कराई गई। प्रकरण उच्चाधिकारियों के साथ भाजपा के प्रांतीय उपाध्यक्ष व दर्जा राज्यमंत्री वीएल वर्मा एवं नगर विकास राज्यमंत्री महेश चंद्र गुप्ता के संज्ञान में पहुंच गया था, उन्होंने कार्रवाई को लेकर अफसरों से भी बात की थी लेकिन, प्रकरण में कोई कार्रवाई नहीं की गई।

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चौंकाने वाली बात यह है कि धीरेन्द्र कुमार राय को नगर पंचायत वजीरगंज का भी कार्यभार दे दिया है। यह भी बता दें कि अब जिले में अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) के पद पर तेजतर्रार व ईमानदार ऋतु पुनिया आ गई हैं, जो निमानुसार व शासनादेशों के अनुरूप ही कार्य करती हैं, किसी का दबाव नहीं मानती, कुछ भी गलत संज्ञान में आने पर त्वरित कड़ी कार्रवाई करती हैं, जिससे भ्रष्ट व लापरवाहों में हड़कंप मचा हुआ है। माना जा रहा है कि उक्त प्रकरण ऋतु पुनिया के संज्ञान में पहुंचा तो, वे धीरेन्द्र कुमार राय को छोड़ेंगी नहीं। अब देखना यह है कि प्रकरण ऋतु पुनिया के संज्ञान में कब तक पहुंचेगा।

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उधर एनआईसी में संविदा कर्मी हारून द्वारा डिजिटल सिग्नेचर बनाने का प्रकरण भी दबा दिया गया है। पूरा गोलमाल पूर्व में रहे ई-डिस्ट्रिक मैनेजर धर्मेन्द्र यादव के सिर मढ़ दिया गया है, जबकि डिजिटल सिग्नेचर और जैम पोर्टल में भ्रष्टाचार अब भी किया जा रहा है। भ्रष्टाचारियों पर त्वरित कार्रवाई न होने के कारण ही न सिर्फ भ्रष्टाचार बढ़ रहा है बल्कि, विकास कार्य भी घटिया स्तर के हो रहे हैं, साथ ही आम जनता भी त्राहि-त्राहि कर रही है।

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