सोत नदी को कब्जा मुक्त करा कर ही मानेंगे, सट्टा भी नहीं होने देंगे: महेश

सोत नदी को कब्जा मुक्त करा कर ही मानेंगे, सट्टा भी नहीं होने देंगे: महेश
भाजपा के विधायक महेश चंद्र गुप्ता

बदायूं विधान सभा क्षेत्र से भाजपा के विधायक महेश चंद्र गुप्ता का दावा है कि माफियाओं और प्रशासनिक अफसरों ने चाहे जितनी चालाकी बरती हो, पर वे सोत नदी को कब्जा मुक्त करा कर ही मानेंगे। उन्होंने यह भी दावा किया कि शहर क्षेत्र में जूआ-सट्टा नहीं होने देंगे और न ही अवैध पशुवधशाला चलने देंगे।

उल्लेखनीय है कि सोत नदी को माफियाओं ने पूरी तरह खत्म कर दिया है, इसमें मुख्य भूमिका कुख्यात लेखपाल सज्जाद की है, इस पर आरोप है कि रिकॉर्ड में हेरा-फेरी कर दी है। तहसील स्तर से रिकॉर्ड भी गायब बताया जाता है। सपा सरकार में निवर्तमान जिलाधिकारी पवन कुमार ने जांच कराई थी, तब तहसील कर्मियों द्वारा रिपोर्ट दी गई कि नदी पर कब्जा नहीं किया गया है, उसका 7 फुट क्षेत्रफल सुरक्षित है, इस फर्जी रिपोर्ट के विरुद्ध अब कोई भी जाने को तैयार नहीं है। नदी को लेकर गौतम संदेश ने पड़ताल की, तो बिल्सी तहसील और बिसौली तहसील क्षेत्र में सोत नदी की चौड़ाई 42 से 58 मीटर तक बताई गई, इसीलिए सवाल उठता है कि बदायूं क्षेत्र में सोत नदी की चौड़ाई 7 फुट कैसे रह गई?

सरकार बदलने के बाद विधायक महेश चंद्र गुप्ता ने प्रयास किया, उन्होंने सीधे मुख्यमंत्री से आग्रह किया, लेकिन प्रशासन ने फिर वही रिपोर्ट दोहरा दी कि नदी पर कब्जा नहीं है। महेश चंद्र गुप्ता ने सोत के संबंध में सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह से बात की, तो उन्होंने आश्वस्त किया है कि वे सोत नदी को कब्जा मुक्त करायेंगे। महेश चंद्र गुप्ता का यह भी दावा है कि वे शहर क्षेत्र में जूआ-सट्टा नहीं होने देंगे और न ही अवैध पशुवधशाला चलने देंगे। अब देखते हैं कि विधायक महेश चंद्र गुप्ता के दावों पर पुलिस-प्रशासन कितना खरा उतरता है।

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