सरकारी स्कूलों की हालत बदतर, स्कूल में 91 में मिले सिर्फ 11 बच्चे

सरकारी स्कूलों की हालत बदतर, स्कूल में 91 में मिले सिर्फ 11 बच्चे
एक बच्ची का टेस्ट लेते प्रभारी डीएम अच्छे लाल यादव।

बदायूं जिले में सरकारी शिक्षा की हालत बदतर स्थिति में हैं। प्रभारी जिलाधिकारी आज दौरे पर निकले, तो वे भी दंग रह गये। ब्लॉक म्याऊँ अन्तर्गत ग्राम चितौरा के प्राथमिक विद्यालय में कक्षा 5 में 54 तथा कक्षा 4 में 37 के सापेक्ष मात्र 7 बच्चे ही उपस्थित पाए गए। अनुपस्थित बच्चों को उपस्थिति पंजिका में अनुपस्थिति भी दर्ज नहीं की गई थी। इस पर प्रभारी जिलाधिकारी ने प्रधानाध्यापक एवं दोनों कक्षाओं की सहायक अध्यापिकाआें से कारण जाना, तो कोई भी संतोषजनक उत्तर नहीं दे सके।

सोमवार को मुख्य विकास अधिकारी/प्रभारी जिलाधिकारी अच्छे लाल सिंह यादव ने गेहूँ क्रय केन्द्रों का औचक निरीक्षण करने के बाद चितौरा स्थित प्राथमिक विद्यालय का भी औचक निरीक्षण किया। कक्षा 5 में 54 बच्चे पंजीकृत हैं, जिसके सापेक्ष मात्र 7 बच्चे ही उपस्थित पाए गए। कक्षा 4 में 37 पंजीकृत बच्चों के सापेक्ष 4 बच्चे मौजूद मिले। प्रधानाध्यापक अचल सिंह, कक्षा 5 की कक्षाध्यापिका/ सहायक अध्यापिका रिंकू सिंह एवं कक्षा 4 की कक्षाध्यापिका/ सहायक अध्यापिका मोनिका शर्मा से इतनी बड़ी संख्या में बच्चों की अनुपस्थिति के सम्बंध जानकारी ली, तो वह कोई भी संतोषजनक उत्तर नहीं दे सकीं। दोनों कक्षाओं में गैर हाजिर बच्चों की उपस्थिति पंजिका में अनुपस्थिति दर्ज न करने पर प्रभारी डीएम ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की। प्रभारी डीएम ने कक्षा 5 के बच्चों से 17 का पहाड़ा तथा कक्षा 4 के बच्चों से 14 का पहाड़ा सुना, तो उपस्थित बच्चे इस परीक्षा में तो पास हो गए, जिस पर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की। कक्षा 4 और 5 के बच्चे एक ही क्लास रूम में बैठे पाए गए। इस अवसर पर ग्राम प्रधान फैन सिंह मौजूद रहे।

उन्होंने गांव चितौरा तथा ब्लॉक दातागंज के ग्राम सैंजनी में स्थापित चार आंगनबाड़ी केन्द्रों का भी स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने बच्चों को उपलब्ध कराए जा रहे पुष्टाहार सहित अन्य खाद्य सामग्री के सम्बंध में भी पूछताछ की। गर्भवती महिलाओं तथा बच्चों को दिए जा रहे गर्म पके-पकाए भोजन की भी जानकारी ली। चितौरा स्थित प्रथम आंगनबाड़ी केन्द्र पर 73 तथा दूसरे आंगनबाड़ी केन्द्र पर 80 बच्चे पंजीकृत हैं, जिसमें 9-9 बच्चे अतिकुपोषित पाए गए। सैंजनी के प्रथम आंगनबाड़ी केन्द्र पर पंजीकृत बच्चों में एक तथा द्वितीय आंगनबाड़ी केन्द्र पर पंजीकृत बच्चों में दो बच्चे अतिकुपोषित पाए गए। सीडीओ ने अतिकुपोषित बच्चों को सामान्य श्रेणी में लाने के लिए पूर्ण प्रयास करने के निर्देश दिए हैं। सीडीओ ने चितौरा स्थित आंगनबाड़ी केन्द्र पर मैन्यू के अनुसार गर्म पके भोजन की गुणवत्ता को भी देखा।  इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी निर्मला शर्मा, सैंजनी की आंगनबाड़ी कार्यकत्री रमादेवी, चितौरा की आंगनबाड़ी कार्यकत्री कृष्णा सारस्वत तथा नंदा शर्मा मौजूद पाई गईं।

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