भाजपा को परिवर्तन यात्रा से हुआ नुकसान, भाजपाई पीछे धकेल दिए

भाजपा को परिवर्तन यात्रा से हुआ नुकसान, भाजपाई पीछे धकेल दिए
भाजपा की जनसभाओं में इस तरह बैठाये गये लोग।

भारतीय जनता पार्टी की परिवर्तन यात्रा का परिणाम उल्टा नजर आ रहा है। यात्रा के दौरान स्वयं को चर्चा में लाने के लिए नेता असंसदीय भाषा बोलते नजर आये, वहीं संभावित उम्मीदवारों में मेहनत करने वाले लोग पिछड़ते दिख रहे हैं और बाहुबली व धनबली उभर कर सामने आ गये हैं। वर्चस्व की जंग के चलते यात्रा से महिलाओं को दूर कर दिया गया, जिससे पार्टी की छवि पर असर पड़ सकता है।

बात बदायूं जिले की ही की जाये, तो केन्द्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने पहले ही दिन मायावती को लेकर गलत टिप्पणी की, साथ ही उन्हें स्थानीय पुलिस ने सुरक्षा भी मुहैया नहीं कराई, पर स्थानीय भाजपाईयों ने कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की, इससे स्पष्ट हो गया कि भाजपाईयों को शीर्ष नेता के अपमान से कोई फर्क नहीं पड़ता, इसके बाद सदर विधान सभा क्षेत्र में यात्रा पहुंची, तो यहाँ एक बार फिर भाजपा का कार्यक्रम दावेदारों की जंग में परिवर्तित हो गया। तंग आकर अशोक कटारिया को मंच से कहना पड़ा कि शांत नहीं बैठे, तो वे यहीं लाल कलम चला कर टिकट काट जायेंगे।

बिल्सी विधान सभा क्षेत्र में जमीन पर मेहनत करने वाले प्रत्याशियों के बैनर, पोस्टर एक रात पहले गायब करा दिए गये। प्रचार सामग्री अचानक गायब होने से सभी स्तब्ध हैं और दबी जुबान से एक ताकतवर प्रत्याशी पर प्रचार सामग्री गायब कराने का आरोप लगा रहे हैं। दातागंज विधान सभा क्षेत्र में राजीव कुमार गुप्ता वर्षों से कड़ी मेहनत कर रहे हैं, लेकिन चापलूसी के आधार पर हाल ही में भाजपा में सम्मलित हुए एक नेता द्वारा उन्हें पीछे धकेलने का प्रयास किया जा रहा है, इसी तरह शेखूपुर विधान सभा क्षेत्र में तो नेताओं ने ही इतिहास रच दिया, यहाँ बसपा छोड़ कर भाजपा में आये स्वामी प्रसाद मौर्य ने मायावती के बारे में और सांसद सतीश गौतम ने मुलायम सिंह यादव के परिवार के बारे में असंसदीय भाषा का प्रयोग किया, जिससे उन्होंने स्वयं की ही फजीहत करा ली।

मंच से अलग बैठीं महिलायें।

इसके अलावा यात्रा में आम जनता ने तो बहुत ज्यादा रूचि नहीं दिखाई, साथ ही स्थानीय नेताओं ने महिलाओं को दरकिनार कर दिया। सदर क्षेत्र के कार्यक्रम में महिला पदाधिकारी कार्यक्रम में पहुंची, पर उन्हें मंच पर स्थान नहीं दिया गया। महिलाओं को मंच के बराबर में अलग बैठाया गया, जबकि महिलाओं को समान स्थान देने की भाजपा की परंपरा रही है, ऐसे ही अन्य तमाम विन्दुओं पर गहनता से मंथन किया जाये, तो भाजपा और मूल भाजपाईयों का परिवर्तन यात्रा से नुकसान ही हुआ है, ऐसा ही हाल रहा, तो चुनाव तक भाजपा के कई धड़े आमने-सामने आ जायेंगे, जिससे नुकसान भाजपा को ही होगा।

संबंधित खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें लिंक

भाजपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने की बसपा सुप्रीमो पर अशालीन टिप्पणी

भाजपा सांसद ने मुलायम के खानदान और अखिलेश पर की अशालीन टिप्पणी

केन्द्रीय मंत्री साध्वी निरंजन को नहीं दी सुरक्षा, अफसरों से शिकायत

Leave a Reply