बदायूं जिले में पुलिस की छवि सुधारने के लिए तेजतर्रार एसएसपी चन्द्रप्रकाश प्रयासरत हैं, उनके संज्ञान में किसी भी पुलिस कर्मी की गलती आती है, तो वे तत्काल कार्रवाई करते हैं, उन्होंने मनमानी करने वाले पुलिस कर्मियों को दंडित करने का रिकार्ड कायम किया है, इसके बावजूद पुलिस की छवि अभी भी बहुत अच्छी नहीं है। पुलिस का नाम सुनते ही आम आदमी के मन में अच्छे विचार नहीं आते, ऐसे माहौल में एक पुलिस कर्मी ऐसा भी है, जो शांत भाव से काम करते हुए जनता के बीच बहुत कम समय में लोकप्रिय हो गया है।
जी हाँ, बदायूं जिले के सहसवान में स्थित कोतवाली भ्रष्टाचार के रावण की चौपाल बन गई थी। सपा सरकार और उसके बाद भी आलम यह था कि सहसवान का कुख्यात रावण किसी भी समय कोतवाली में आ धमकता था और हवालात से अपने गुंडों को निकाल ले जाता था। रावण किसी भी खाली जमीन पर अपने नाम का बोर्ड लगा देता था, जिससे लगता था कि सहसवान में तालिबानी व्यवस्था है, ऐसे माहौल में हाल ही में बदायूं आये राम प्रसाद शर्मा को एसएसपी चन्द्रप्रकाश ने सहसवान की कोतवाली का प्रभारी बनाया। राम प्रसाद शर्मा के तैनात होते ही चमत्कार की तरह परिवर्तन हो गया। रावण की दबंगई पर लगाम लग गई। गरीब, पीड़ित और आम आदमी कोतवाली में घुसने की हिम्मत करने लगा, सभी की बात राम प्रसाद शर्मा सुनने लगे और न्यायोचित कार्रवाई कराने लगे।
सीओ इरफान नासिर खान के पहुंचने पर ही कुछ हद तक रावण की गुंडई पर लगाम लग गई थी, लेकिन कोतवाली पुलिस रावण की गुलाम थी, जिससे रावण के धंधे निरंतर चलते रहे, पर राम प्रसाद शर्मा के पहुंचते ही रावण के संरक्षण में होने वाले जूआ और सट्टे के धंधे बंद हो गये, तो लोग स्वतः ही वाह-वाह करने लगे। राम प्रसाद शर्मा का आज सोशल साइट्स पर एक फोटो वायरल हुआ है, जिसको लेकर वे छाये हुए हैं। एक गरीब मंदबुद्धि महिला को वे रास्ता पार करा रहे हैं, ऐसे नेक दिल कोतवाल को पाकर सहसवान के लोगों का खुश होना स्वाभाविक ही है। यह भी बता दें कि राम प्रसाद शर्मा गाजियाबाद जिले के मुरादनगर थाने में चार वर्ष प्रभारी रहे हैं।
(गौतम संदेश की खबरों से अपडेट रहने के लिए एंड्राइड एप अपने मोबाईल में इन्स्टॉल कर सकते हैं एवं गौतम संदेश को फेसबुक और ट्वीटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं, साथ ही वीडियो देखने के लिए गौतम संदेश चैनल को सबस्क्राइब कर सकते हैं)