मेले में नये पुजारी ने कराया झंडी पूजन, एमपी करेंगे उद्घाटन

हवन-पूजन करती जिला पंचायत अध्यक्ष मधु चंद्रा, जिलाधिकारी पवन कुमार, एसएसपी महेंद्र सिंह यादव और सुषमा मौर्य।
हवन-पूजन करती जिला पंचायत अध्यक्ष मधु चंद्रा, जिलाधिकारी पवन कुमार, एसएसपी महेंद्र सिंह यादव और सुषमा मौर्य।
बदायूं में भागीरथी के तट पर लगने वाले रूहेलखण्ड क्षेत्र में कुंभ के नाम से चर्चित मेला ककोड़ा की सोमवार को विधिवत शुरूआत हो गई। मेले में ककोड़ा देवी मंदिर से पूजन के बाद झंडी स्थापना कर दी गई। प्रदेश के पंचायती राज मंत्री रामगोविन्द चौधरी एवं सांसद धर्मेन्द्र यादव 12 नवम्बर को मेले का उद्घाटन करेंगे। सांसद धर्मेन्द्र यादव 12 नवंबर को हेलिकॉप्टर द्वारा मेला स्थल पर पहुंचेंगे। मेले में पॉलीथिन, जुआ, शराब तथा मांस का प्रयोग पूर्णतयः प्रतिबंध रहेगा। मेला स्थल को खुले में शौच मुक्त बनाने हेतु विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।
जिला पंचायत अध्यक्ष मधु चन्द्रा, बिसौली विधान सभा क्षेत्र के विधायक आशुतोष मौर्य, जिलाधिकारी पवन कुमार, एसएसपी महेन्द्र सिंह यादव, मुख्य विकास अधिकारी अच्छे लाल सिंह यादव ने सोमवार को गंगा तट पर पहुंचकर गंगा का पूजन कर मेले का शुभारम्भ किया। इस बार हवन-पूजन ग्राम रिसौली निवासी पंडित मनोज शर्मा ने कराया, जो चर्चा का विषय रहा, क्योंकि पिछले लगभग पच्चीस वर्षों से रामप्रकाश गुप्ता उर्फ शास्त्री जी पूजन कराते रहे हैं। तत्पश्चात जिलाधिकारी, एसएसपी ने मेला स्थल पर तैयारियों की समीक्षा की। जिलाधिकारी ने मेले में मांस, मदिरा की बिक्री एवं उपभोग पर प्रतिबन्ध लगाने के निर्देश देते हुए पॉलिथिन और जुए पर रोक लगाने को कहा है। उन्होंने मेले को खुले में शौच से मुक्त रखने हेतु विशेष प्रयास करने की हिदायत दी है। उन्होंने श्रद्धालुओें के लिए बेहतर मनोरंजन की व्यवस्था कराने हेतु निर्देश दिए और कहा कि मेले में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। सरकारी विभागों द्वारा मेले में विकास प्रदर्शनी भी लगाई जायेंगी। पेयजल तथा प्रकाश व्यवस्था जिला पंचायत द्वारा कराई जा रही है। जिलाधिकारी ने श्रद्धालुओं की सुविधार्थ यातायात व्यवस्था बेहतर बनाए रखने हेतु एआरटीओ तथा सहायक क्षेत्रीय प्रबन्धक रोडवेज को हिदायत दी है कि पर्याप्त संख्या में रोडवेज तथा प्राईवेट बसों की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। पशुओं के इलाज के लिए अस्थाई पशु चिकित्सालय भी खोला जाएगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि मेले मे इस वर्ष राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) को लगाए जाने के साथ ही एलोपैथी के अलावा मेले में प्रथम बार आयुर्वेदिक, यूनानी एवं होम्योपैथी के अस्थाई चिकित्सालयों की स्थापना कराई जाएगी। मेले में 200 अस्थाई शौचालय, आठ मोबाइल शौचालय तथा 350 हैण्डपम्प लगाए जायेंगे। उन्होंने कहा कि स्नानघाट पर महिलाओं के कपड़े बदलने हेतु कम्पार्टमेंट भी बनाए जा रहे हैं।
गंगा का पूजन करते विधायक आशुतोष मौर्य, उनकी पत्नी और बिल्सी की चेयरमैन सुषमा मौर्य, जिलाधिकारी पवन कुमार, एसएसपी महेंद्र सिंह यादव और पीछे खड़ी हैं जिला पंचायत अध्यक्ष मधु चंद्रा।
गंगा का पूजन करते विधायक आशुतोष मौर्य, उनकी पत्नी और बिल्सी की चेयरमैन सुषमा मौर्य, जिलाधिकारी पवन कुमार, एसएसपी महेंद्र सिंह यादव और पीछे खड़ी हैं जिला पंचायत अध्यक्ष मधु चंद्रा।
अप्रिय स्थिति के लिए झूला, चरख स्वामी स्वयं जिम्मेदार होगें
जिलाधिकारी पवन कुमार ने कहा कि मेले में लगने वाले झूले, चरख आदि को लगाने की अनुमति पंचायत विभाग द्वारा देते समय यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि झूले एवं चरख आदि के कारण कोई भी अप्रिय स्थिति उत्पन्न होती है, तो सम्बंधित झूला या चरख स्वामी ही जिम्मेदार होंगे। डीएम ने यह भी निर्देश दिए हैं कि मेले में अश्लीलता से सम्बंधित कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जाएंगे और गत वर्ष के सापेक्ष अधिक पुलिस बल भी लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनका प्रयास है कि गत वर्षां के सापेक्ष इस वर्ष मेला अधिक अच्छा हो और ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग मेले में आयें।
मेले में पीएसी एवं घुड़सवार पुलिस बल भी लगाया जाएगा
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महेन्द्र सिंह यादव ने कहा कि गत वर्ष के सापेक्ष इस मेले में अधिक पुलिस बल लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि मेला क्षेत्र में कोतवाली की स्थापना के अलावा 6 अस्थाई पुलिस चौकी स्थापित की जाएंगी। दो कम्पनी पीएसी की तैनाती के साथ ही घुड़सवार पुलिस, 65 एसआई, 400 कांस्टेबल, 60 हैड कांस्टेबल और 400 पीआरडी के जवानों को बढ़ाया जाएगा। यदि आवश्यकता पड़ी तो और भी पुलिस बल लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि मेले में जुआ, मांस, मदिरा पूर्णतयः प्रतिबंधित रहेगी और कोई भी व्यक्ति इसमें संलिप्त पाया जाता है, तो उसके साथ कोई रियायत न बरतते हुए निश्चित कार्रवाई की जाएगी। मेले में बिल्सी नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष सुषमा मौर्य, एडीएम (प्रशासन) अजय कुमार श्रीवास्तव, एएसपी (सिटी) अनिल कुमार यादव, डीआरडीए के परियोजना निदेशक रविन्द्रनाथ यादव, उप जिलाधिकारी सदर जंग बहादुर यादव, सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।
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